जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को पीएनबी घोटाले पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि बैंक को चूना लगाने वालों की धर-पकड़ की जाएगी। पीएनबी घोटाले में बरती गई लापरवाही का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ऑडिटर्स ने लापरवाही बरती गई है। 11,400 रुपये करोड़ का घोटाला ऑडिटर्स को क्यों नजर में नहीं आया?
उन्होंने कहा कि बैंकों का प्रबंध तंत्र अपनी जिम्मेदारी पर खरा नहीं उतरा है, क्योंकि वे यह पता करने में विफल रहे हैं कि उनके बीच में वे कौन हैं जो गड़बड़ी करने वाले हैं।
जेटली ने कहा कि निगरानी एजेंसियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि छिट-पुट मामलों को शुरु में ही पकड़ लिया जाए और उनकी पुनरावृत्ति ना हो। यह पता लगाने की जरुरत है कि अनियमिताओं को पकड़ने के लिए किस तरह की नयी प्रणालियों को अपनाया जाना चाहिए।
बैंकिंग प्रणाली के साथ धोखाधड़ी करने वालों को सरकार पकड़कर रहेगी। ऑडिट करने वालों को अपने आप से पूछना चाहिए कि वे अनियमिताओं को क्यों नहीं पकड़ पाते?