जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। ललित मोदी मामले में कांग्रेस ने आज सीधे प्रधानमंत्री पर निशाना साधा और विश्वास जताया कि योग दिवस के बाद प्रधानमंत्री ललितासन छोड़कर वास्तविकता की दुनिया में लौटेंगे। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री सीधे तौर पर इस मामले से जुड़े हुए हैं इसलिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्य मंत्री वसुंधरा राजे का इस्तीफा दें। कांग्रेस ने मांग की है कि इतने गंभीर मामले में प्रधान मंत्री अबतक चुप्पी साधे हुए हैं।
रमेश ने कहा कि गोलमोल बातें करने से कुछ नहीं होगा। अगर भाजपा को अपनीसरकार बचानी है, अगर उसे मानसून सत्र चलाना है तो विदेश मंत्री सुषमा और वसुंधरा राजे का इस्तीफा जरुरी है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाते हुए भी कहा कि प्रधानमंत्री आंख, कान, नाक और मुंह बंदकर ललित आसन कर रहे हैं। अबतक यह माना जाता रहा है कि ललित मोदी का मामला गलत व्यवहार का मामला है लेकिन जो तथ्य सामने आए हैं उससे स्पषट होता है कि प्रधानमंत्री जुड़े हुए हैं। जयराम रमेश ने कहा कि एक ”भगोडे’’ का प्रधानमंत्री, सुषमा, वसुंधरा और अमित शाह के बीच गहरा गठजोड़ है।
रमेश ने पाश्र्वगायिका आशा भोंसले के एक गाने का जिक्र करते हुए मोदी सरकार पर कटाक्ष किया कि परदे में रहने दो परदा न उठाओ, परदा जो उठ गया तो भेद खुल जाएगा…अब परदा धीरे-धीरे उठ रहा है और जनता चाहती है कि परदा पूरी तरह से उठे और सारा भेद खुले। कांग्रेस नेता का तर्क है कि सुषमा स्वराज का मामला अपरोक्ष रुप से लाभ लेने और पहुंचाने का है जबकि वसुंघरा राजे का मामला सीधे तौर पर वित्तीय लाभ लेने का है। रमेश के अनुसार प्रधानमंत्री को आशंका है कि यदि वह सुषमा और वसुंधरा के खिलाफ कार्रवाई की तो दोनों इस मामले का राज खोल देंगी। क्योंकि ललित मोदी पर भारत सरकार की मेहरबानी हुई है उसमें प्रधानमंत्री और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की मेहरबानी हुई है। रमेश ने कहा कि शाह और प्रधानमंत्री जबसे गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष बने हैं तबसे आडाणी उसके प्रोमोटर बने हुए हैं।