जनजीवन ब्यूरो
पटना । पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने लोजपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान से कहा है कि वे पुराने मामले को न उठाएं । पासवान ने कहा था कि मांझी का स्वागत, लेकिन उनकी टीम का विरोध करेगी लोजपा। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने कहा कि मांझी भाजपा के साथ रहें उन्हें कोई गुरेज नहीं है। हम उनका स्वागत करेंगे। लेकिन उनकी टीम के पांच विधायकों को हराने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे, चाहे वह जहां से चुनाव लड़ें।
पार्टी कार्यालय में रविवार को आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष की बातों का समर्थन केन्द्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने भी किया। दरअसल पत्रकारों ने केन्द्रीय मंत्री से ही सवाल किया था कि मांझी के भाजपा के साथ आने को वह किस रूप में ले रहे हैं? इसका जवाब उन्होंने खुद नहीं दिया, लेकिन उनके बगल में उपस्थित प्रदेश अध्यक्ष पारस ने कहा कि नरेन्द्र सिंह के दो पुत्र चकाई के विधायक सुमित कुमार और जमुई के विधायक अजय प्रताप सिंह का हर हाल में वह विरोध करेंगे।
इसके अलावा कांटी के अजित सिंह, साहेबगंज के राजू सिंह और टेकारी अनिल कुमार को भी अगले चुनाव में हराने के लिए पूरी ताकत लगा देंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि इन विधायकों ने मांझी का साथ तो दिया लेकिन अग्निपरीक्षा में खरे नहीं उतरे। जब मांझी की सरकार बचाने की बात आई तो इन पांचों ने अपनी विधायकी बचाने के लिए नीतीश कुमार के पक्ष में वोट किया। ऐसे लोगों के साथ लंबी दूरी नहीं तय की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने इस बारे में एलजेपी के निर्णय से बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी को अवगत करा दिया है। पारस ने कहा कि जदयू के पूर्व और वर्तमान इन पांच विधायकों जिनमें से कुछ ने पूर्व में लोजपा छोड़ दिया था, हम इनके खिलाफ अपना उम्मीदवार खड़ा करेंगे।
पासवान के इस बयान के बाद जीतन राम मांझी ने कहा है कि हम पासवान से इस मामले पर बात करेंगे।