अमलेंदु भूषण खां/ नई दिल्ली: कांग्रेस के महाधिवेशन में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मौजूदा वक्त में देश में गुस्सा फैलाया जा रहा है. बीजेपी बांटने की राजनीति कर रही है. राजनीतिक फायदे के लिए लोगों को आपस में लड़ाया जा रहा है. बतौर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पहली बार पार्टी के महाधिवेशन में भाषण दिया.
गांधी ने आज पार्टी महाधिवेशन को संबोधित करते हुए मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जाति, धर्म के नाम पर देश में नफरत, गुस्सा फैलाया जा रहा है. देश को बांटा जा रहा है, देश हर धर्म, जाति का है, कांग्रेस हर एक को साथ रखने का काम करेगी. दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में देशभर से आए कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, ”देश को सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही रास्ता दिखा सकती है. कांग्रेस पार्टी प्यार और भाईचारे का प्रयोग करती है जबकि विपक्ष क्रोध का इस्तेमाल करती है. कांग्रेस पार्टी देश के प्रत्येक व्यक्ति के लिए काम करेगी.”
उन्होंने कहा, ”हमारा काम जोड़ने का है। यह हाथ का निशान (कांग्रेस का चुनाव चिन्ह) ही देश को जोड़ सकता है। देश को आगे ले जा सकता है। कांग्रेस के इस निशान की शक्ति आप पार्टी प्रतिनिधियों के भीतर है। हम सबको, देश की जनता को मिलकर देश को जोड़ने का काम करना होगा।”
हर मोर्चे पर विफल सरकार
राहुल ने अपने करीब चार मिनट के भाषण में उन सभी मुद्दों को छुआ जिसके बहाने कांग्रेस मोदी सरकार पर सवाल उठा रही है। राहुल गांधी ने कहा, ”युवा जब मोदीजी की ओर देखता है तो उन्हें रास्ता नहीं दिखता। उन्हें यह बात समझ नहीं आती कि उन्हें रोजगार कहां से मिलेगा? किसानों को सही दाम कब मिलेगा? तो देश एक प्रकार से थका हुआ है। रास्ता ढूंढ रहा है।” उन्होंने कहा, ‘मैं दिल से कहता हूं कि कांग्रेस पार्टी ही देश को रास्ता दिखा सकती है।’
पार्टी की चुनौतियों का जिक्र
युवा टीम और पुराने दिग्गज नेताओं में सामंजस्य बैठाने पर जोर देते हुए राहुल ने कहा कि महाधिवेशन भविष्य की बात करता है। बदलाव की बात करता है। लेकिन हमारी परंपरा रही है कि बदलाव किया जाता है किंतु बीते समय को भूला नहीं जाता। युवाओं की बात होती है। यदि युवा कांग्रेस को आगे ले जायेंगे तो जो हमारे अनुभवी नेता है, उनके बिना हमारी कांग्रेस पार्टी आगे नहीं जा सकती।
अधिवेशन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद, वरिष्ठ नेता ए के एंटनी, पी चिदंबरम, जनार्दन द्विवेदी और पार्टी के प्रदेश इकाइयों के अध्यक्ष, जिला-ब्लाक स्तर के प्रतिनिधि समेत 12 हजार से अधिक कार्यकर्ता भाग ले रहे हैं. कांग्रेस महाधिवेशन दो दिनों तक चलेगा.
राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी की सियासी प्राथमिकताओं की बानगी देती पांच पुस्तिकाओं का भी आवरण किया. इसमें अर्थव्यवस्था, राष्ट्रीय सुरक्षा, किसानों के मुद्दे और एनडीए सरकार के राज में हुए घोटाले और युवाओं, महिलाओं, दलितों से जुड़े मुद्दों को उठाया गया है.