जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । कांग्रेस के 84 वें महाधिवेशन में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी के भाषण को बाद राहुल गांधी नें सोनिया गांधी को गले लगाया। इस दृष्य को देखने के बाद सभा में मौजूद सभी कार्यकर्ता और पार्टी के नेता खड़े होकर तालियां बजाने लगे। अधिवेशन को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ और ‘न खाऊंगा न खाने दूंगा’ जैसे नारे सिर्फ नाटक थे और सत्ता हथियाने की चाल थी। उन्होंने कहा ,‘मैं राजनीति में नहीं आना चाहती थी, परिस्थितियों के कारण आई।’
सोनिय़ा ने कहा कि कांग्रेस ने देशवासियों को सशक्तिकरण के लिए ऐतिहासिक योजनाएं लागू की है। सोनिया ने कहा कि नरेगा, वन अधिकार, भूमि अधिग्रहण, शिक्षा-स्वास्थ्य और भोजन का अधिकार और सूचना के अधिकार जैसे कानूनों से करोड़ों योजनाएं कांग्रेस के राज में ही लागू हुई हैं, जिससे लोगों के जीवनस्तर में सुधार आया है।
सभा को संबोधित करते हुए सोनिया ने कहा, मुझे यह देखकर अफसोस और दुख होता है कि कांग्रेस के शासनकाल में लागू की गई योजनाओं को मोदी सरकार कमजोर रही है। यूपीए की अध्यक्ष ने कहा कि हमने बहुत से राज्यों में सरकारें बनाई और इन सरकारों के काम ने पार्टी को मजबूत बनाया। उन्होंने कहा कि मनमोहन सरकार में हम अपने संकल्पों के प्रति सजग रहे और बहुत क़ामयाबी हासिल की। मनमोहन सिंह के समय अर्थव्यवस्था ने प्रगति की और विकास दर अब तक के सबसे उच्च स्तर पर रही। मनरेगा, खाद्य सुरक्षा जैसे कानून से करोड़ों लोगों के जीवन में बदलाव आया।
सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार इन योजनाओं और कार्यक्रमों को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्ता के अहंकार के सामने कभी नहीं झुकेगी। हम मोदी सरकार के भ्रष्टाचार का खुलासा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ और ‘न खाऊंगा न खाने दूंगा’ जैसे नारे सिर्फ नाटक थे और सत्ता हथियाने की चाल थी।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस ने राष्ट्र निर्माण में सबसे ज़्यादा योगदान दिया है। अब कांग्रेस अध्यक्ष और हम सबके सामने चुनौती आसान नहीं है। हमें संघर्ष करना होगा। पक्षपात मुक्त, प्रतिशोध मुक्त भारत बनाना होगा।
उन्होंने कहा, ये सभी जानते हैं कि मैं राजनीति की दुनिया में कभी नहीं आना चाहती थी, लेकिन पार्टी के लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए मैंने कांग्रेस का नेतृत्व संभाला था। पार्टी को तब मेरी जरूरत थी। तब से अब तक मैं कांग्रेस की सेवा करती आई हूं। हम देश को तरक्की की राह पर लेकर गए। लेकिन पिछले 4 साल में देश का माहौल काफी बदल गया है। मोदी सरकार के तानाशाही रवैये, संविधान की उपेक्षा, विभाजनकारी नीतियों, संसद का अनादर, विपक्षियों पर झूठे मुकदमे चलाना और मीडिया पर लगाम लगाने के खिलाफ कांग्रेस संघर्ष कर रही है। पिछले चार सालों में मोदी सरकार ने हमारी पार्टी को तबाह करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। लेकिन हम झुकेंगे नहीं, टूटेंगे नहीं उनका सामना करते रहेंगे।
सोनिया गांधी ने कहा कि यह हमारी कांग्रेस पार्टी ही है, जिसने राष्ट्रनिर्माण में सबसे ज्यादा योगदान दिया है। यह हमारी कांग्रेस पार्टी ही है जो हर हाल में लोगों से जुड़ी रहती है, जो अन्याय के खिलाफ आवाज उठाती है और संघर्ष के लिए आगे रहती है। प्रधानमंत्री मोदी और उनके सहयोगियों के फर्जी दावों का हम सबूतों के साथ खुलासा कर रहे हैं।
कांग्रेस का दृष्टिकोण बेहद साफ है कि जो कोई भी केंद्र की मोदी सरकार को हराना चाहता है, वो उनके साथ आ सकता है। ऐसी पार्टियों के लिए उनके दरवाजे खुले हैं। पार्टी ने अपने राजनीतिक संकल्प में कहा, ‘कांग्रेस सभी समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ सहयोग के लिए एक व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाएगी और 2019 के चुनावों में भाजपा-आरएसएस को हराने के लिए एक सामान्य कार्ययोजना तैयार करेगी।’ इससे पहले राहुल गांधी ने पार्टी अध्यक्ष के रूप में प्रथम पूर्ण सत्र को संबोधित करते हुए यह दावा किया कि ये कांग्रेस पार्टी ही है, जो ‘रास्ता दिखाने और राष्ट्र को आगे बढ़ा’ सकती है। ज्ञात हो कि देश में आम चुनाव अप्रैल या मई 2019 में हो सकते हैं। कांग्रेस को फिर से कामयाबी की बुलंदियों पर लेकर जाएंगे।