जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । इराक के मोसुल में मारे गए 39 भारतीयों के परिजनों ने यह कहकर सरकार की कड़ी आलोचना की है कि सरकार ने उनके अपनों की मौत की खबर को छुपाया और जल्द सूचित नहीं किया।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार को इस बात का खुलासा किया है। साल 2014 में इराक के मोसुल में 39 भारतीयों को आईएसआईएस ने अगवा कर लिया था। 39 परिवारों को दुख के साथ इस बात का अफसोस ज्यादा है कि परिजनों को बताने के बजाय विदेश मंत्री ने राज्यसभा में एक बयान के जरिए 39 भारतीयों के मारे जाने की पुष्टि की।
‘सरकार डीएनए रिपोर्ट दिखाए’
सुषमा स्वराज ने मंगलवार को राज्यसभा में दिए अपने बयान में कहा था कि सभी मृत लोगों के डीएनए मिल गए हैं और मृतकों के पार्थिव शरीर को उनके परिवार को सौंपा जाएगा। इस पर एएनआई से बातचीत में, मारे गए युवक मंजिन्दर सिंह की बहन गुरपिंदर कौर ने ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि सरकार हमें डीएनए रिपोर्ट दिखाए। अब इस मामले पर राजनीति की जा रही है। पिछले चार सालों से हम अपनों की खोज-खबर में दर-दर की ठोकरें खा रहे थे और अब टीवी के जरिए हमें पता चला कि जिसका इंतजार हम कर रहे हैं, वह तो मर चुका है।’
गुरपिंदर कौर का कहना है, ‘विदेश मंत्री को जैसे ही 39 भारतीयों के मारे जाने की जानकारी मिली थी, उन्हें तुरंत ही उनके परिजनों को सूचित करना चाहिए था। लग रहा है कि जैसे हमारे साथ धोखा हुआ है।’
‘डीएनए टेस्ट की मांग पर ही हो गया था शक’
गुरपिंदर के मुताबिक, उसे अपने भाई के साथ कुछ अनहोनी होने का अंदाजा तभी हो गया था जब सरकार ने उनसे डीएनए टेस्ट के लिए कहा था। बकौल गुरपिंदर, ‘जब सरकार ने हमसें डीएनए टेस्ट के लिए कहा था, तभी मुझे अंदाजा हो गया था कि मेरे भाई के साथ कुछ तो हुआ है, लेकिन सरकार कुछ भी बताने को राजी नहीं थी और अब इस खबर ने हमारी सारी उम्मीदों को तोड़ दिया है। वह क्यों हमसे कहती रहीं कि हमारे अपने जिंदा हैं और वह उन्हें वापस लेकर आएंगी ? वह यह भी तो कह सकती थीं कि अगर वे जिंदा होंगे तो जरूर वापस लेकर आएंगी। मैं डीएनए रिपोर्ट्स देखना चाहती हूं। सुषमा स्वराज से मिलने के बाद ही हमें हमारे सवालों के जवाब मिलेंगे।’
अपने बचाव में यह बोलीं सुषमा स्वराज
वहीं विपक्ष और मृतकों के परिजनों के हमलों से खुद का बचाव करते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि उन्होंने कभी झूठी दिलासा नहीं दी और न ही किसी को अंधेरे में रखा। सुषमा स्वराज के अनुसार, उन्होंने वादा किया था कि अगर उन्हें पुख्ता सबूत मिले तो वह उन्हें मृत घोषित कर देंगी।