जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सीबीएसई बोर्ड पेपर लीक मामले में केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि एचआरडी मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और सीबीएसई की चेयरपर्सन अनीता करवाल को पद से हटाए बिना निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती।
सुरजेवाला ने कहा कि छात्रों ने बताया है कि कुछ और पेपर्स भी लीक हो चुके हैं। यह 2017 में सीबीएसई के मूल्यांकन में गड़बड़ी के कारण हुआ है। आखिर सीबीएसई के चेयरमैन की पोस्ट पिछले 2 सालों से खाली क्यों पड़ी है।
आपको बता दें कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के कक्षा 10 और 12वीं के पेपर लीक मामले को मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। उन्होंने कहा था कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण परिणाम है। मैं समझ सकता हूं कि बच्चे और उनके पैरेंट्स किस तरह के दर्द से गुजर रहे हैं।
उन्होंने कहा था कि सीबीएसई की तारीफ सुप्रीम कोर्ट भी कर चुका है, हम इसकी तह तक जाएंगे। हम इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि आगे से ऐसी कोई धोखाधड़ी नहीं होगी। हम सिस्टम में सुधार करेंगे। उन्होंने कहा कि सीबीएसई जल्द ही सोमवार या मंगलवार को नई तारीखों की घोषणा करेगा।
आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर छात्रों व कुछ संगठनों ने सीबीएसइ पेपर लीक मामले के खिलाफ प्रदर्शन किया. वहीं, दिल्ली पुलिस इस मामले में एफआइआर दर्ज कर लगातार छापेमारी कर रही है. कुछ कोचिंग संस्थानों पर भी छापेमारी की गयी है. ध्यान रहे कि कल सीबीएसइ ने 12वीं अर्थशास्त्र और 10वी गणित की परीक्षा फिर से कराने का निर्देश दिया था.
यह समझा जाता है कि सीबीएसइ ने यह फैसला मीडिया में पेपर लीक की खबरें आने के बाद किया, हालांकि सीबीएसइ ने स्वयं इसे स्वीकार नहीं किया है. इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी नाराजगी जतायी थी. सीबीएसइ एक सप्ताह के अंदर दोनों पेपर की परीक्षा की नयी तारीखों का एलान करेगा.