जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को 4 लाख करोड़ रुपये लागत से शहरी भारत के कायाकल्प की तीन बड़ी योजनाओं की शुरुआत करते हुए कांग्रेस पर न सिर्फ आपातकाल के लिए कोसा बल्कि देश की गरीबी के लिए नसीहत भी दी । जिन तीन योजनाओं की शुरुआत मोदी ने की उनमें सबसे चर्चित 100 स्मार्ट सिटी योजना, 500 शहरों में शहरी सुधार और पुनरुद्धार के लिए अटल मिशन (अमृत प्रोजेक्ट ) एवं 2022 तक सबको आवास योजना शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने आवास योजना के लोगो का भी अनावरण किया। लोगो की डिजाइन को अंतिम रूप देने में मोदी ने व्यक्तिगत तौर पर रुचि ली थी । ये तीनों योजनाएं राज्यों, संघ शासित प्रदेशों व शहरी निकायों के साथ एक साल चले गहन विचार-विमर्श के बाद तैयार की गई हैं।
इन सभी योजनाओं को तैयार करने में प्रधानमंत्री भी शामिल रहे हैं । इन योजनाओं में केंद्र 4 लाख करोड़ का केंद्रीय अनुदान देगा । शहरी विकास मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि तीनों योजनाओं के बारे में शहरी विकास, आवास व शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्रालय प्रधानमंत्री को नियमित प्रेजेंटेशन देते थे मोदी उन्हें और अधिक परिणामदायी बनाने के निर्देश देते थे ।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मोदी ने आपातकाल की चर्चा की और कहा कि हम 25-26 जून को कभी नहीं भूल सकते । सत्ता सुख के लिए देश को जेलखाना बना दिया गया था । अखबारों पर ताले लग गए थे, रेडियो वही बोलता था जो सरकार चाहती थी । लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं के सारे स्तंभ को ध्वस्त कर दिया गया था और ये 40 साल पहले आज के ही दिन हुआ था ।
मोदी ने कहा कि यदि हम 25-30 साल पहले शहरीकरण के महत्व को पहचान लेते तो अच्छा होता । लेकिन पहले जो नहीं हुआ उसे लेकर चुपचाप नहीं बैठ सकते । पुराने अनुभवों के आधार पर निराश होकर बैठने की जरूरत नहीं है । हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं । यदि कोई विधिक समस्या आती है हम उसका हल ढूंढेंगे । यदि आर्थिक मुद्दे सामने आते हैं तो उसे दूर करेंगे ।
स्मार्ट सिटी की जरुरत बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की 40 फीसद जनसंख्या या तो शहरों में रहती है या जीवन यापन के लिए शहरों पर निर्भर है । गांव से लोग शहर में रोजी-रोजगार के लिए आते हैं। यहां लोगों को बेहतर सुविधाओं की जरूरत है । उन्होंने कहा कि हमारा इन शहरों में जीवन की गुणत्ता को बेहतर करने का लक्ष्य है और यदि आम लोगों को केंद्र में रखकर हम काम करेंगे तो कोई परेशानी नहीं होगी ।
उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा हो रहा है कि अपनी सिटी को स्मार्ट बनाने के लिए राज्य या केंद्र सरकार नहीं, बल्कि नगर निगम और आम लोग मिलकर लेंगे । मोदी ने कहा कि स्मार्ट सिटी को लेकर एक शहर से दूसरे में प्रतिस्पर्धा होगी और जो आगे निकल जाएगा वहीं स्मार्ट सिटी होगा ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक बार जब गरीब का खुद का घर हो जाता है तो फिर उसके इरादे बदलते हैं, वह सपने संजोने लगता है और उसे पूरा करने का प्रयास शुरू कर देता है । उसके सपने को उड़ान मिल जाती है । उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान की चर्चा करते हुए कहा कि लोग सरकार से दो कदम आगे चल रहे हैं और इसके लिए मैं मीडिया का आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जिनके अभियान से लोगों में जागरुकता बढ़ रही है ।