जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : नोएडा की मेघना श्रीवास्तव को इंगलिश पेपर ने धोखा नहीं देता तो वह सीबीएसई का नया इतिहास रच देती. हालांकि वह सीबीएसई 12वीं की टॉपर हैं लेकिन इंगलिश पेपर में एक अंक कट गया है. मेघना श्रीवास्तव ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी मेहनत व स्कूल एवं माता-पिता के मिले सपोर्ट को दिया है. उन्होंने कहा है कि वे आगे साइकोलॉजी की पढ़ाई करना चाहती हैं. यूनिवर्सिटी ऑफ कोलंबिया से वह आगे अपनी पढ़ाई करना चाहती हैं . भविष्य की योजनाओं के बारे में उन्होंने कहा कि वह कम्युनिटी सर्विस के क्षेत्र में कुछ काम करना चाहती हैं .
500 में से 499 नंबर… मेहनत करते रहिए आ जाएंगे। यही कहना है सीबीएसई 12वीं की टॉपर मेघना श्रीवास्तव का . सफलता के पीछे का सीक्रेट क्या है, यह पूछे जाने पर मेघना ने कहा, ‘कोई सीक्रेट नहीं है, आपको बस पूरे साल कठिन परिश्रम करते रहना चाहिए.’ आपको बता दें कि मेघना के केवल 1 नंबर अंग्रेजी में कट गए .उन्होंने अर्थशास्त्र व इतिहास में 100 में 100 नंबर हासिल किये. अर्थशास्त्र उनका पसंदीदा विषय है, हालांकि साइकोलॉजी में वे आगे की पढ़ाई करना चाहती हैं.
मेघना श्रीवास्तव ने कहा है कि सफलता का कोई सीक्रेट नहीं है. उन्होंने कहा कि आप कड़ी मेहनत करें साल भर में इसमें निरंतरता रखें. उन्होंने कहा कि वे कभी पढ़ाई के घंटे नहीं गिनती हैं. उन्होंने कहा कि मेरे टीचर व पैरेंट्स हेल्फफुल है और उन्होंने मुझ पर कभी दबाव नहीं बनाया. मेघना अपनी महत्वाकांक्षा नहीं छिपाती हैं और कहती हैं कि वे यूनिवर्सिटी ऑफ कोलंबिया से पढ़ाई करना चाहती हैं.
वे कहती हैं कि उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि उन्हें 500 में 499 अंक मिलेंगे. वे कम्युनिटी सर्विस करना चाहती हैं. उन्होंने उत्तराखंड के दो गांवों में कम्युनिटी सर्विस भी की है.
मेघना श्रीवास्तव कहती हैं कि अर्थशास्त्र की परीक्षा रद्द होना उनके लिए शुरू में निराशाजनक था, लेकिन जब उन्होंने दोबारा पेपर दिये तो काफी अच्छा रहा और 100 में 100 अंक मिले.
मेघना ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे 499 अंक मिलेंगे, लेकिन मैंने हमेशा बहुत मेहनत की। देश की टॉपर बनने पर उन्होंने कहा, ‘इस वक्त मेरे लिए बहुत खुशी का मौका है और यह अनुभव बहुत अलग है। मैं बस यही कहना चाहती हूं कि अपना काम मेहनत से करते रहना चाहिए रिजल्ट खुद ही मिल जाता है। पूरे साल पढ़ाई के दौरान मुझे घर पर पैरंट्स से भी बहुत सहयोग मिला।’
रिजल्ट पर अब तक यकीन नहीं
मेघना ने कहा, ‘जिस वक्त रिजल्ट आया मैं स्क्रीन की तरफ नहीं देख रही थी। मेरे पापा ही मेरा रिजल्ट देख रहे थे और उन्होंने मुझे बताया कि मैंने टॉप किया है। फिर मेरे दोस्तों के मेसेज और स्कूल टीचर्स के फोन आने लगे। मुझे अच्छे रिजल्ट की उम्मीद थी, लेकिन टॉपर बनूंगी ऐसा नहीं सोचा था।’