जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को इशारों मे इस्तीफा देने की नसीहत दी है। बता दें कि मोदी सरकार ने सुषमा और वसुंधरा को क्लीनचिट देते हुए कोई कार्रवाई न करने का फैसला किया है। भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी से सुषमा स्वराज और वसुंधरा राजे के कथित रिश्ते की बात सामने आई है। आडवाणी ने कहा कि जब मुझ पर हवाला कांड के आरोप लगे थे तो मैंने फौरन इस्तीफा दे दिया था। इस बात का मुझे कोई दुख नहीं है। आडवाणी से पूछा गया था- हवाला कांड में आपका नाम आया था। उसी दिन इस्तीफा दे दिया था।
क्या आपको इसका मलाल रहा? इस पर उन्होंने कहा, “मुझे इस बात का कोई दुख नहीं है कि मैं दो साल चुनाव नहीं लड़ सका। इस्तीफा देने का फैसला मेरा अपना था। मुझे लगता है कि सार्वजनिक जीवन में राजनीतिक विश्वसनीयता जरूरी है। जनता हमें चुनती है और हमें जनता के विश्वास पर खरा उतरना होता है।”
आडवाणी ने कहा, ”उस वक्त इस्तीफा देने के लिए (अटल बिहारी) वाजपेयी जी ने भी मना किया था। लेकिन मुझे पता था मैंने ऐसा कुछ नहीं किया है। आरएसएस और जनसंघ के दौर से हमने सीखा है कि भ्रष्टाचारमुक्त जीवन बीजेपी की सबसे बड़ी मजबूती है।” जब उनसे पूछा गया कि सुषमा और वसुंधरा पर क्या कहेंगे? तो आडवाणी ने कहा, “उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है इसलिए उन पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। मैं अपने बारे में बात करूंगा।”