जनजीवन ब्यूरो / पटना । बिहार के सारण जिले के एकमा थाना क्षेत्र के परसागढ़ स्थित दीपेश्वर बाल ज्ञान निकेतन स्कूल में 10वीं की छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले को लेकर राजनीति गरम है। तमाम विपक्षी दल इस मामले को भुनाने में जुट गए हैं। सत्ताधारी जद यू भी अपने बचाव के लिए कमर कस ली हैष फिलहाल इल मामले में पुलिस ने दो और आरोपियों को आज गिरफ्तार कर लिया। अब तक कुल छह गिरफ्तारी हो चुकी है। छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले में कुल 19 आरोपित हैं, जिसमें से पहले दिन चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
स्कूल का प्रिंसिपल, एक शिक्षक और दो छात्रों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है । पीड़ित छात्रा के बयान पर प्रिंसिपल, दो शिक्षक और 15 छात्रों पर नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। घटना की पुष्टि करते हुए एसपी हरकिशोर राय ने बताया कि प्रिंसिपल छात्रा के साथ पिछले सात महीने से दुष्कर्म कर रहा था। शुक्रवार की सुबह पीड़ित छात्रा ने महिला थाने में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने छपरा सदर अस्पताल में पीड़िता की मेडिकल जांच कराई है। इस मामले में पीड़ित छात्रा का बयान न्यायालय में दर्ज कराया गया है ।
छात्रा के साथ सबसे पहले बाथरूम में पांच छात्रों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। सात माह पहले छात्रा को छात्रों ने अपना शिकार बनाया, जिसके 17 दिनों बाद प्रिंसिंपल ने भी दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। इसके बाद छात्रा के साथ दो शिक्षकों ने दुष्कर्म किया। इन घटनाओं के बाद छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म का सिलसिला ही चल पड़ा। हद तो तब हो गयी, जब प्रिंसिंपल के बेटे मोहित अरूण चार पांच छात्रों के साथ हरेक एक दो दिन बाद सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने लगा।
छात्रा ने बताया कि उसके पिता घर पर नहीं थे जिसके कारण वह इसकी शिकायत किसी से नहीं कर पायी। छात्रा ने बताया कि दो तीन बार लगातार सामूहिक दुष्कर्म होने के बाद जब प्रिंसिंपल से शिकायत करने गयी तो, उसने कार्रवाई करने का आश्वासन दिया और अगले दिन उसने भी दुष्कर्म किया। पिता के घर आने पर छात्रा ने घटना की शिकायत की।
इसके बाद पिता ने स्कूल में जाकर इस विषय में पूछताछ की तो शुक्रवार को स्कूल में प्रार्थना के बाद उसे एक कमरे में ले जाकर प्रिंसिंपल, दो शिक्षकों और छात्रों ने मारपीट की। इसके बाद पीड़िता छात्रा के पिता उसे लेकर महिला थाना पहुंचे। इस मामले में पुलिस ने स्कूल के प्रिंसिंपल उदय शंकर सिंह, शिक्षक बालाजी, छात्र मोहित अरूण तथा रोहित कुमार को गिरफ्तार कर लिया है।
मेडिकल जांच रिपोर्ट आने का है इंतजार
पीड़ित छात्रा की मेडिकल जांच सदर अस्पताल में कराई गई और फिलहाल उसे महिला थाना की पुलिस अभिरक्षा में रखा गया है। छात्रा का बयान शनिवार को न्यायालय में दर्ज कराया जायेगा। इस मामले में फरार 14 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पांच थानों की पुलिस को लगाया गया है, जिसमें एकमा, मांझी, रसुलपुर, दाउदपुर तथा जनता बाजार थाना की पुलिस शामिल है। छापेमारी दल का नेतृत्व एसडीपीओ अजय कुमार सिंह कर रहे हैं। पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय ने इस मामले की जांच के लिए स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया गया है। गठित टीम का नेतृत्व सदर एसडीपीओ अजय कुमार सिंह को सौंपा गया है।
चार सदस्यीय टीम ने पीड़ित छात्रा की मेडिकल जांच की
पुलिस के अनुरोध पर सिविल सर्जन ने चार सदस्यीय टीम का गठन किया गया है जिसमें दो महिला चिकित्सक तथा एक हड्डी रोग विशेषज्ञ एवं एक पैथालाजिस्ट चिकित्सक शामिल हैं। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा शंभू नाथ सिंह ने बताया कि मेडिकल जांच की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है और देर शाम तक पुलिस को जांच रिपोर्ट सौंप दी जायेगी।