जनजीवन ब्यूरो
पटना। नालंदा जिले के नीरपुर गांव में डीपीएस (देवेंद्र प्रसाद सिन्हा) स्कूल के निदेशक की पीट पीटकर हत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि दोनों छात्रों की मौत पानी में डूबने से हुई थी । उनके शरीर पर किसी तरह के बाहरी चोट का निशान नहीं हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, 12 साल के राहुल और 9 साल के सागर की मौत पानी में डूबने से हुई है। बच्चों के शरीर पर किसी बाहरी चोट का निशान नहीं है। हालांकि, सागर की आंख के पास हल्की चोट के निशान हैं, लेकिन रिपोर्ट में कहा गया है कि यह तालाब में कूदने के क्रम में लगी चोट से हो सकता है।
उधर मृत निदेशक की लाश नालंदा पहुंचते ही स्थानीय लोगों ने रेल व सड़क मार्ग जाम कर दिया। स्थानीय लोगों ने आरोपियों को पकड़ने की मांग की है। बवाल की सूचना मिलने के बाद घटनास्थल पर डीएम और एसएसपी भी पहुंच गए हैं।
नालंदा में हंगामा और रेल-सड़क मार्ग जाम करने की सूचना पर पहुंचे अधिकारियों को लोगों के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने भीड़ को समझाने का प्रयास किया तो प्रदर्शन कर रहे लोग हिंसक हो गए। बवाल बढ़ते ही पथराव शुरू कर दिया। उग्र भीड़ को देखते हुए अधिकारी मौके से भाग गए।
इस मामले में नालंदा थानाध्यक्ष सुनील कुमार निर्झर की लापरवाही सामने आने पर एसपी ने उन्हें निलंबित कर दिया है। साथ ही घटना में शामिल ग्रामीणों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। मौके पर लिए गए फोटो और वीडियो के जरिए आरोपियों की शिनाख्त की कोशिश की जा रही है। मृतक के परिजन पूरी घटना की सीबीआइ जांच की मांग कर रहे हैं।
घटना की जांच के लिए डीआइजी सेन्ट्रल रेंज शालीन को नियुक्त किया गया है । एडीजी (मुख्यालय) ने जांच तक उनको घटनास्थल पर कैम्प करने का निर्देश दिया है। हत्या में शामिल दस लोगों को वीडियो फुटेज के आधार पर चिन्हित किया गया है। इनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।