जनजीवन ब्यूरो / नयी दिल्ली: राबिया प्राइवेट गर्ल्स स्कूल द्वारा 59 बच्चियों को बंधक बनाने का मामला गरमा चुका है. स्कूल की इस शर्मनाक हरकत के बाद दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने कार्रवाई के निर्देश दे दिये. इस मामले में एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है. इधर, गुरुवार सुबह दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल राबिया स्कूल पहुंचे थे जहां उन्होंने स्कूल की प्रिंसिपल और वहां मौजूद अभभिावकों से भी बात की. यहां चर्चा कर दें कि बच्चियों को बंधक बनाने के मामले को लेकर परिजनों में काफी नाराजगी है. अभिभावक काफी गुस्से में हैं और वे स्कूल के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं.
40 डिग्री टेंपरेचर में स्कूल के तहखाने में बंधक बनी रहीं बच्चियां, शिक्षा विभाग की टीम पहुंची स्कूल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैनें स्कूल की प्रिंसिपल फराह दिबा से बातचीत की है और उन्हें हिदायत भी दी है कि इस प्रकार की घटनाएं भविष्य में नहीं दुहराई जाए. मैंने परिजनों से भी बात की है. पूरे मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने का काम किया जाएगा. बच्चियों को बंधक बनाने के मामले की जांच की जाएगी.
पूर्व छात्राएं स्कूल के समर्थन में उतरीं
इधर, स्कूल की पूर्व छात्राओं ने स्कूल पर लगे सभी आरोपों का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि उन्हें बंद नहीं किया गया था बल्कि बच्चों को लाइन से अलग किया गया था. गौर हो कि इसके पहले बुधवार को राबिया गर्ल्स स्कूल की प्रिंसिपल फराह दिबा ने मामले पर सफाई देते हुए कहा कि बेसमेंट में बच्चे खेलते हैं, वहां 2 शिक्षक उनकी देखरेख में लगे हुए थे. स्कूल पर बच्चियों को बंधक बनाने के आरोप बेबुनियाद है. बच्चियों के परिजनों में भी इसको लेकर गुस्सा है और स्कूल के बाहर अभिभावक हंगामा कर रहे हैं.
स्कूल के खिलाफ केस दर्ज
यहां चर्चा कर दें कि राबिया प्राइवेट स्कूल पर समय से फीस ना जमा करने पर केजी और नर्सरी की बच्चियों को तहखाने में बंद करने का आरोप है. मामले में हौज काजी पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 342 के तहत स्कूल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है. मामले में किशोर न्याय अधिनियम 75 के तहत आगे की जांच की जा रही है. मामले पर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने रिपोर्ट तलब किया है.