जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : कांग्रेस को मुस्लिमों की पार्टी बताने वाले कथित बयान पर मच रहे घमासान के बीच पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को एक ट्वीट के जरिए अपनी सफाई दी। ट्वीट में राहुल ने लिखा कि कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है जो हमेशा शोषित के साथ खड़ी रहती है, उसका धर्म-जाति उसके लिए मायने नहीं रखती।
बता दें कि एक उर्दू अखबार में राहुल गांधी के हवाले से ‘हां, कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी है’ हेडलाइन वाली रिपोर्ट छपी थी। कांग्रेस इसे खारिज कर रही है, लेकिन बीजेपी इसको लेकर लगातार राहुल पर हमलावर है।
राहुल गांधी ने ट्वीट में कहा कि मैं कांग्रेस हूं, मैं हर दबे-कुचले लोगों के साथ हूं। मैं पंक्ति में खड़े आखिरी शख्स के साथ खड़ा हूं। शोषित, वंचित, सताए हुए और हाशिए वाले लोगों के साथ हूं। उनका धर्म, जाति और मान्यताएं मेरे लिए कोई मायने नहीं रखते हैं। मैं दर्द मे डूबे हुए लोगों को ढूंढकर उन्हें गले लगाता हूं। मैं नफरत और डर को मिटाना चाहता हूं। मैं सभी जीवित प्राणियों से प्यार करता हूं।
बता दें कि केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा था कि कांग्रेस घोर सांप्रदायिक पार्टी है। मुस्लिम पार्टी की बात नकारना पाखंड है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस तुष्टिकरण और सांप्रदायिकता की राजनीति करती है। कांग्रेस की सोच है कि वो मुस्लिमों की पार्टी है।
जावड़ेकर ने इस दौरान 1984 के दंगे और भागलपुर दंगे की भी याद दिलाई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दंगों की जांच तक नहीं कराई। अब वो बेनकाब हो गई है। ये कांग्रेस की ही घृणित सोच का नतीजा था कि देश का बंटवारा हुआ।
वहीं, भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी दावा किया करते हुए कहा था कि कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष नदीम जावेद ने भी एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कांग्रेस को मुसलमानों की पार्टी बताया है। उन्होंने सोमवार को ट्वीट करते हुए कहा ‘कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष नदीम जावेद ने इंकलाब अखबार को दिए इंटरव्यू में इस बात को दोहराया है कि राहुल गांधी ने सही कहा था कि कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी है। नसीम जावेद ने आगे कहा कि राहुल गांधी मुस्लिम अकलियत (बुद्धिजीवी) के साथ बैठक कर रहे हैं और बहुत जल्द वह एक मुस्लिम सम्मेलन की अध्यक्षता भी करेंगे’।