जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे हमलों को रोकने के लिए वहां की सरकार द्वारा किए जा रहे उपायों पर संतोष व्यक्त किया है। सुषमा स्वराज ने पड़ोसी देश पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे हमलों के कारण भारत में इनके पलायन से उत्पन्न नागरिकता संबंधी समस्या के बारे में आज राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न के जवाब में यह बात कही।
सुषमा स्वराज ने कहा कि बांग्लादेश में साल 2010 में हिंदुओं की आबादी 8.4 प्रतिशत थी जो 2017 में बढ़कर 10.7 प्रतिशत हो गई। पड़ोसी देशों में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमलों से भारत में पलायन की बढ़ती समस्या से जुड़े पूरक प्रश्न के जवाब में स्वराज ने कहा कि इन घटनाओं पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार संबद्ध देशों की सरकारों के साथ लगातार संपर्क में है। जहां तक बांग्लादेश में इस समस्या के कारण जनसांख्यकीय बदलाव का सवाल है तो बांग्लादेश सरकार के आधिकारिक आंकड़ों में हिंदू आबादी में इजाफा होना इस आशंका को निराधार साबित करता है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान में दलित हिंदुओं पर अत्याचार की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर भारत में उनके पलायन और नागरिकता की मांग से उत्पन्न समस्या से जुड़े प्रश्न के जवाब में कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक इस समस्या का समाधान है। स्वराज ने कहा कि पलायन कर भारत आए ऐसे लोगों को नागरिकता प्रदान कर इस समास्या का स्थायी समाधान किया जा सकता है। इसके लिए सरकार नागरिकता कानून में संशोधन विधेयक लेकर आई है। यह लोकसभा से पारित हो गया है, लेकिन राज्यसभा में लंबित है। उन्होंने सदन से मॉनसून सत्र में इसे पारित कराने का निवेदन किया जिससे इस समस्या का समाधान हो सके।