अमलेंदु भूषण खां /नई दिल्ली । नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ पहले अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपना भाषण खत्म कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अचानक गले लगा लिया तो पूरा सदन हैरान रह गया । खुद मोदी थोड़ी देर के लिए हतप्रभ रह गए। हालांकि बाद में उन्होंने वापस जा रहे राहुल को बुलाकर हाथ मिलाया और उनकी पीठ थप-थपाया।राहुल ने भी मौका न गंवाते हुए कहा मैं हिंदू हूं।
अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में भाषण देते हुए राहुल ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। भाषण के अंत में सबके दिल में प्रेम भरने और सबका दिल बदलने का दावा किया और अचानक अपनी सीट छोड़ कर सत्ता पक्ष की ओर बढ़ गए। उस समय किसी को अंदाजा नहीं था कि राहुल क्या करने जा रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सीधे पीएम मोदी की सीट तक पहुंचे और उनसे खड़े होने का अनुरोध किया। मोदी कुछ समझ पाते अचानक राहुल ने उनके बैठे रहते ही गले लगा लिया।
राहुल को अपने भाषण के दौरान लगातार टोका टोकी झेलनी पड़ी। सत्तारूढ़ दल के कई सदस्यों ने भाषण शुरू होते ही कई बार कहा कि अब भूकंप आ जाएगा। भाजपा सांसद रमेश विधूड़ी ने भाषण के बीच कई बार पूछा क्या भूकंप आया? इसी दौरान जब राहुल ने राफेल सौदे पर सीधे पीएम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया तो जबरदस्त हंगामा होने लगा। इस पर कांग्रेस के गौरव गोगोई ने विधूड़ी से कहा, लो आ गया भूकंप।
चर्चा के दौरान टीडीपी सांसद जयदेव गल्ला ने प्रधानमंत्री पर आंध्र प्रदेश के साथ छल करने का आरोप लगाया। एक सांसद ने कहा कि बालाजी की भूमि पर वादा कर भूलने वाले पीएम को भगवान का श्राप लगेगा और वह दोबारा सत्ता में नहीं लौटेंगे।
राहुल के पीएम नरेंद्र मोदी से गले मिलने पर स्पीकर सुमित्रा महाजन ने नाराजगी जताई है। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि राहुल का रवैया हैरान करने वाला था। सदन की गरिमा होती है। पीएम कोई आम आदमी नहीं होता है। कांग्रेस अध्यक्ष का बर्ताव ठीक नहीं था।
स्पीकर ने कहा, ‘सदन में ऐसा ड्रामा देखकर मैं भी हैरान हो गई। पीएम पद की गरिमा होती है। नरेंद्र मोदी पीएम के तौर पर सदन में बैठे हुए थे। गले मिलने के बाद राहुल ने आंख मारी। यह हरकत भी गलत है।’ लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘ये समझ लो कि सदन की गरिमा हमे ही रखनी होगी। कोई बाहर का आकर नहीं रखेगा। हमें बतौर सांसद भी अपनी गरिमा भी रखनी है। मैं चाहती हूं कि सबलोग प्रेम से रहें। मेरे दुश्मन नहीं हैं राहुल जी, बेटे जैसे हैं।’ उन्होंने कहा कि किसी से गले मिलना गलत नहीं है लेकिन सदन की गरिमा भी बनाए रखनी होती है।
हरसिमरत कौर ने कहा- संसद है, झप्पी-पप्पी वाली जगह नहीं
राहुल के भाषण के दौरान लोकसभा की कार्यवाही थोड़ी देर के लिए स्थगित करनी पड़ी थी। दोबारा कांग्रेस अध्यक्ष ने बोलना शुरू किया तो उन्होंने बताया कि विपक्ष के साथ ही एनडीए और भाजपा के कई सदस्यों ने हाथ मिलाकर भाषण के लिए बधाई दी। उन्होंने हाथ से इशारा कर कहा कि ये अकाली नेता मुस्करा कर मुझे देख रही थीं। इस पर हंगामा शुरू हो गया।
अकाली नेता हरसिमरत कौर बादल ने राहुल के बयान पर कड़ा विरोध जताया। उन्होंने कहा कि राहुल जी, यह संसद है न कि मुन्नाभाई की झप्पी-पप्पी वाली जगह। संसद से बाहर उन्होंने बताया कि मैंने उनका ड्रामा देखा तो उसके बाद सदन स्थगन के दौरान उनकी तरफ देखकर मुस्करा कर पूछा कि हमको और पंजाबियों को नशा करने वाला, नशेड़ी बोलते हैं, आज वह कौन सा करके आए हैं। उन्हें यह बात समझ में नहीं आई और सिर्फ मुस्कुराहट दिखी।