जनजीवन ब्यूरो / मुंबई : शिक्षा और नौकरी में आरक्षण की मांग को लेकर चलाए जा रहे मराठा आंदोलन के हिंसक होने के बाद मुंबई बंद को वापस ले लिया गया है। जबकि ठाणे, नवी मुंबई और महाराष्ट्र के कई अन्य इलाकों में बंद जारी रहेगा । प्रदर्शनकारियों के पथराव में एक सिपाही की मौत हो गई जबकि नौ अन्य जख्मी हो गए। मुंबई में सुबह कई जगहों पर बेस्ट बसों पर पथराव किया गया। कुछ लोगों के घायल होने की भी खबर है।
औरंगाबाद में मराठा आरक्षण की मांग कर रहे एक प्रदर्शनकारी की आत्महत्या के बाद बुलाए गए राज्यव्यापी बंद को वापस ले लिया गया है।
बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने कई गाड़ियों को भी फूंक दिया था और दो प्रदर्शनकारियों ने खुदकुशी करने की कोशिश की। मुंबई के कांजुर मार्ग और भांडुप इलाकों में दो बसों पर प्रदर्शनकारियों ने हमले किए हैं। सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। ऑटो रिक्शा चालक बंद का पालन कर रहे हैं।
सायन-पनवेल हाइवे पर भी एक वाहन को आग लगी दी गई। पुणे-गोवा के हाइवे को जोड़ने वाली सायन-पनवेल रोड से आंदोलनकारियों को हटाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा। पथराव के बाद पुलिस ने हवा में गोलियां चलाईं और प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया। इससे पहले बोरिवली में पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया था।
सड़क और रेल मार्ग रोका
मुंबई से सटे ठाणे में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोकने की कोशिश की। ठाणे के अलावा जोगेश्वरी और घणसोली स्टेशनों को भी बाधित करने की कोशिश की गई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाया, तब यातायात शुरू किया जा सका। सेंट्रल रेलवे आंशिक रूप से बंद कर दिया गया है।
बंद करवाई गईं दुकानें
मुंबई में मराठा क्रांति मोर्चा के कार्यकर्ता सुबह से ही बंद का पालन कराने के लिए मुस्तैद रहे। कई जगहों पर जबरन दुकानें बंद करवाने की कोशिश की गई। हालांकि, बांद्रा में मोर्चा के कार्यकर्ता हाथ जोड़कर बंद में सहयोग करने की गुजारिश करते नजर आए।
वहीं मोदी सरकार में मंत्री और रिपल्बिकन पार्टी के नेता रामदास अठावले ने कहा कि मैं मराठा आरक्षण की मांग का समर्थन करता हूं। मैं प्रदर्शनकारियों से शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अपील करता हूं। हमें संसद में एक कानून बनाने की जरूरत है और आरक्षण को 50 फीसदी से 75 फीसदी तक बढ़ाने की जरूरत है। हम इस मुद्दे को एनडीए के समक्ष उठाएंगे।
इससे पहले मराठा मोर्चा ने ऐलान किया था कि बंद के दौरान सड़कों पर साइकिल भी नहीं चलने देंगे। उनका कहना था कि बंद के दौरान किसी भी प्रकार की हिंसा नहीं होगी, ये बंद पूरी तरह से शांतिपूर्ण होगा।
बंद की वजह से नवी मुंबई में लगभग सभी दुकानें बंद हैं। सड़कें पूरी तरह से खाली हैं, ऑटो-रिक्शा भी नहीं चल रहे हैं। बंद को देखते हुए मुंबई समेत कई दूसरे इलाकों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके अलावा ऐहतियातन मुंबई के भाजपा दफ्तर की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
बता दें कि इससे पहले मंगलवार को मराठा क्रांति मोर्चा ने महाराष्ट्र के कई हिस्सों में बंद का ऐलान किया था। इस दौरान हिंसक प्रदर्शन देखने को मिला था। प्रदर्शनकारियों ने कई गाड़ियों और बसों को आग के हवाले कर दिया था। साथ ही कई जगहों पर चक्का जाम भी कर दिया था, जिससे यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ था।
मंगलवार को बंद के दौरान कई लोगों ने आत्महत्या की भी कोशिश की। इसके अलावा हिंसा में एक पुलिसकर्मी की भी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मी की मौत हृदय गति रूक जाने की वजह से हुई। हालांकि मराठा मोर्चा ने लोगों से आत्महत्या न करने की अपील की है।
क्या है मराठा मोर्चा की मांग
मराठा मोर्चा की मांग है कि सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में आरक्षण लागू हो, ताकि मराठा समाज उन्नति कर सके। मराठा मोर्चा स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करने की मांग कर रहा है। साथ ही एससी-एसटी एक्ट में बदलाव करने की मांग की जा रही है।