जनजीवन ब्यूरो / अहमदाबाद: पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल समेत तीन लोगों को मेहसाणा दंगा मामले में दोषी करार दिया गया है. उनके अलावा जिन दो और लोगों को दोषी करार दिया गया है, उनमें सरदार पटेल ग्रुप के अध्यक्ष लालजी पटेल का भी नाम शामिल है. इस मामले में हार्दिक पटेल और लालजी पटेल को दो-दो साल की सज़ा दी गई है. वहीं, इस मामले में 14 अन्य लोगों को बरी कर दिया है. सजा मिलने के बाद हार्दिक ने एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने ‘इंक़लाब ज़िंदाबाद’ लिखा है.
हार्दिक ने क्या ट्वीट किया है?
हार्दिक पटेल ने ट्वीट कर कहा है, ”किसी भी मुश्किल को उसके बनाये गए लेवल पर हल नहीं किया जा सकता, उस मुसीबत को उस लेवल से ऊपर उठने पर ही हल किया जा सकता है. इंक़लाब ज़िंदाबाद.”
किसी भी मुश्किल को उसके बनाये गए लेवल पर हल नहीं किया जा सकता, उस मुसीबत को उस लेवल से ऊपर उठने पर ही हल किया जा सकता है। इंक़लाब ज़िंदाबाद
गौरतलब है कि पिछले साल आरक्षण आंदोलन के दौरान स्थानीय बीजेपी विधायक ऋषिकेश पटेल के दफ्तर में तोड़फोड़ के आरोप में हार्दिक पटेल और लाल जी पटेल समेत सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था. महसाण और माणसा के बाद बिसनगर में आरक्षण आंदोलन की तीसरी रैली के दौरान ये हमला हुआ था. ये आरक्षण आंदोलन के दौरान हिंसा की पहली घटना थी.