जनजीवन ब्यूरो / नयी दिल्ली : दुनिया की मशहूर कंपनी पेप्सीको में भारतीय मूल की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) इंदिरा नूई इस साल अक्टबूर में अपने पद से इस्तीफा दे देंगी. करीब 12 साल पहले उन्होंने कंपनी के शीर्ष पद को संभाला था जबकि वह पिछले 24 साल से इस कंपनी से जुड़ी हुई हैं।
मीडिया में आ रही खबरों में यह कहा जा रहा है कि 62 वर्षीय इंदिरा नूई आगामी तीन अक्बूटर को पेप्सिको के सीईओ का पद को छोड़ देंगी. रैमॉन लगुआर्ता उनकी जगह लेंगे, जिन्हें कंपनी ने पिछले साल ही प्रेसिडेंट की जिम्मेदारी दी थी. पेप्सीको के इतिहास में इंदिरा नूई पहली महिला सीईओ बनायी गयी थीं.
नहीं सोचा था पेप्सीको का सीईओ बनना
नूयी ने बयान में कहा, ‘‘मैं भारत में पली बढ़ी हूं। मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि मुझे ऐसी असाधारण कंपनी की अगुवाई करने का मौका मिलेगा।’’ नूयी ने कहा कि कंपनी काफी मजबूत स्थिति में है और आगे उसके काफी बेहतर दिन आएंगे।
नूई ने एक बयान जारी कर कहा कि पेप्सीको का नेतृत्व करना मेरे जीवन में सबसे बड़ा सम्मान रहा है. 12 साल तक कंपनी, शेयरहोल्डर्स और सभी संबंधित पक्षों के हितों में काम करने का मुझे गर्व है. इंदिरा नूई के नेतृत्व में पेप्सीको ने कई बड़े बदलाव देखे. यहां तक कि पेप्सीको में हुए तमाम प्रयोगों का श्रेय उन्हें ही दिया जाता रहा है.
पेप्सिको की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) इंद्रा नूयी तीन अक्तूबर को अपना पद छोड़ेंगी। वह पिछले 12 साल से अमेरिका की इस प्रमुख फूड और बेवरेज कंपनी की अगुवाई कर रही हैं। कंपनी ने आज यह घोषणा की।