जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। कर्नाटक के राज्यपाल रह चुके कांग्रेस नेता हंसराज भारद्वाज ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा है कि राहुल भी जमीनी हकीकत से दूर हैं । राहुल युवा हैं और उन्हें युवाओं को नेतृत्व करना है। लेकिन वे वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में नहीं है ।
भारद्वाज ने कहा, ”मोदी सरकार से सामने कांग्रेस पार्टी कमजोर हो चुकी है। पार्टी के मौजूदा हालात को लेकर कोई मंथन नहीं होता है। जयराम रमेश प्रेसकॉन्फेंस में आईपीएल के कथित घोटाले के खुलासा का दावा कर रहे हैं। जबकि प्रवर्तन निदेशालय तो इसकी जांच पहले ही कर रहा है।”
उन्होंने कहा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के इस्तीफा नहीं देने पर संसद न चलने देने के कांग्रेस नेताओं के बयानों को भी उन्होंने कटघरे में खड़ा किया। ”मैं सोचता हूं कि ललित मोदी विवाद पर संसद नहीं चलने की धमकी देना सही नहीं हैं, अगर गैरकानूनी तरीके से ललित मोदी की मदद की गई है तो कानून के मुताबिक कार्रवाई होनी चाहिए। इस मुद्दे को लेकर संसद की कार्यवाही प्रभावित करना सही नहीं होगा। संसद की अपनी एक गरिमा है, जहां जनता से जुड़े कई अहम निर्णय लिए जाते हैं। ललित-वसुंधरा-सुषमा विवाद पर कांग्रेस मोदी सरकार पर हमला करने में कमजोर नजर आ रही है।”
उन्होंने कहा, ”मैं पार्टी की इंटरनल पॉलिटिक्स का शिकार हुआ हूं, राज्यपाल बनाकर मुझे राजनीति की मुख्यधारा से अलग कर दिया।” भारद्वाज ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में बदलाव करने के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यूपी और बिहार जैसे राज्यों में अपनी जड़ मजबूत करने के लिए नए सिरे से काम करना होगा। दोनों राज्यों के आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी के पास कोई प्लान नहीं है और ना ही कोई चेहरा है जो कि चुनावी अभियान को लीड कर सके। उन्होंने कहा, ”राहुल गांधी एक युवा नेता हैं और सीनियर नेताओं से सलाह लेकर उन्हें युवाओं को अपने साथ जोड़कर पार्टी को आगे ले जाने की रणनीति बनानी चाहिए। मुझे अफसोस है कि राहुल ऐसा करने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहे हैं।”