जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । सवर्ण संगठनों के आज भारत बंद के दौरान कई जगह पुलिस को लाठी चार्ज करना पडा तो कही गोलियां भी चलानी पड़ी है। बंद का आहवान अनुसूचित जाति-जनजाति (एससी-एसटी) संशोधन अधिनियम के खिलाफ किया गया है। बंद का आह्वान सवर्ण समाज, करणी सेना, सपाक्स एवं कई अन्य संगठनों ने किया है। बंद के मद्देनजर देश के सभी जिलों में पुलिस और प्रशासन को सतर्क रहने को कहा गया है। देशभर में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। कई जगह धारा 144 लगा दी गई है। किसी भी हिंसा-उपद्रव से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए गए हैं। बंद का समर्थन करने वाले संगठनों का कहना है कि वे जाति और धर्म के आधार पर आरक्षण का विरोध करते हैं। बंद का समर्थन करने वाले संगठनों ने सड़कों पर उतरने और प्रमुख नेताओं का घेराव करने की तैयारी की है।
उत्तरप्रदेश: जनपद शामली में नही दिखा बन्द का असर, खुले है सभी प्रतिष्ठान और बाजार खुली हैं दुकानें, स्कूल ,कालेज और पेट्रोल पंप भी खुले रहे,मुख्य चौराहे रोजमर्रा की तरह पुलिस बल है तैनात
बिहार के जहानाबाद में बंद कर रहे समर्थकों ने पथराव किया है। जिससे एएसपी संजय सिंह घायल हो गए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मोकमा में प्रदर्शनकारियों ने टायरों में आग लगाई और सड़कों को बंद कर दिया है।
बिहार के आरा में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया है। सूत्रों का कहना है कि यहां फायरिंग भी हुई है। ये घटना शहर के नवादा थाना क्षेत्र के जगदेव नगर मोहल्ले की है।
भारत बंद के तहत मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पेट्रोल पंप सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक बंद रहेंगे।
ग्वालियर में विभिन्न नेताओं के घरों के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरपर्सन राम शंकर कठेरिया ने कहा है कि आंदोलन राजनीति से प्रेरित है।
राष्ट्रभर में एससी एसटी एक्ट के विरोध के चलते भारत बंद के तहत लखनऊ में भी दुकानें बंद की गई हैं।
मध्यप्रदेश के ग्वालियर में ड्रोन की सहायता से निगरानी की जा रही है। एसडीएम नरोत्तम भारगव का कहना है कि ‘सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। हम किसी भी तरह की स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। कई जगहों पर धारा 144 लागू कर दी गई है। अभी सब शांत है।’