जनजीवन ब्यूरो
दुमका। घर में शौचालय बनाने की जिद पर अड़ी एक युवती ने फांसी लगाकर जान दे दी । शौचालय न होने के कारण लगभग दो किलोमीटर दूर खुले में शौच के लिए उसे जाना पड़ता था इस बात का उसे काफी मलाल था। 20 साल की खुशबू शौचालय बनाने के लिए परिजनों से लगातार मांग कर रही थी।
उसने कई बार मां से शौचालय बनवाने की बात कही, परंतु घरवाले पहले उसकी शादी करना चाहते थे। सुबह युवती ने मां संजू देवी के सामने शौचालय बनाने की बात कही। इस बात को लेकर दोनों में हल्की कहासुनी हुई। थोड़ी देर में निजी वाहन चालक पिता श्रीपति यादव काम से पाकुड़ चले गए और मां शौच के लिए खेत चली गई। बड़ा भाई बाजार निकल गया।
घर में कोई नहीं था। युवती ने अंदर से घर बंदकर फांसी लगा ली । मां के लौटने पर काफी आवाज देने के बाद दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया । अंदर युवती फंदे पर झूल रही थी । आनन फानन में उसे सदर अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया । नगर थाना के एएसआइ मनोज मिश्रा ने आवश्यक प्रक्रिया पूरी करने के बाद यूडी केस दर्ज कर लिया है ।
युवती को ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए थे। वह पढ़ी लिखी थी, परिजन को मनवाने के लिए कोई दूसरा रास्ता चुन सकती थी । गुस्से में उसने जो कदम उठाया वह दुखद है । इस घटना से समाज के दूसरों को लोगों को सबक लेना चाहिए -विपुल शुक्ला, पुलिस अधीक्षक, दुमका