जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । महात्मा गांधी के जन्म दिवस से शुरु हुआ और आजतक मनाया जा रहा है। भारत के निर्माण में एनआरआई की भूमिका रही है।यूपी में जनवरी में होने वाले एनआरआई दिवस के लिए 15 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बीच आज करार किया गया।
सम्मेलन की जानकारी देते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस 9 जनवरी को मनाया जाता है। लेकिन विदेशौं में बसे भारतीय के आग्रह पर यह 21 से 23 जनवरी को काशी में मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनवरी माह में कुंभ मेले का आयोजन भी होने जा रहा है। साथ ही 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस का आयोजन होगा। जिसे देखते हुए एनआरआई ने आग्रह किया कि प्रवासी भारतीय दिवस को आगे बढ़ाया जाए तो एनआरआई इसका आनंद उठा सकेंगे। इसलिए मंत्रालय ने 21 से 23 जनवरी तक आयोजन किया गया है।
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी ने कहा कि अतिथि देवो भव: की तर्ज पर प्रवासी भारतीयों का स्वागत सत्कार किया जाएगा । साथ सीएम ने कहा कि काशी की परम्परा के अनुरूप अतिथि देवो भव: की तर्ज पर अपने घरों में मेहमानों को ठहराएं जाएंगे।
सीएम ने कहा कि 2 हजार परिवार काशी के अंदर ऐसे रजिस्टर्ड होंगे जिनके घरों में कम से कम एक-एक अतिथि (प्रवासी भारतीय) को ठहराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत की ‘अतिथि देवो भव’ परंपरा रही है। काशी भारत की सांस्कृतिक राजधानी है। काशी के संस्कार, संस्कृति पूरे भारतीयता के संस्कार और संस्कृति बनती है।
सीएम ने कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस 21, 22 और 23 जनवरी 2019 को भगवान भोलेनाथ बाबा काशी विश्वनाथ की धरती पर आयोजित होना है। पूरी दुनिया से सात से आठ हजार प्रवासी भारतीयों का इस अवसर पर काशी में आगमन होगा। उन्होंने कहा कि यह आयोजन (प्रवासी भारतीय सम्मेलन) अपने आप में भव्य हो, दिव्य हो। भारतीय संस्कृति को देश और दुनिया के सामने प्रस्तुत करने का एक अद्भुत अवसर हम सब के सामने होगा।
‘काशी आतिथ्य ऐप’ पहले ही लान्च किया जा चुका है। जिसमें कोई भी व्यक्ति आवेदन कर सकता है कि मैं भी एक अतिथि को अपने घर पर ठहराऊंगा।
धर्म नगरी काशी शुरू से ही अपने मेहमानों के स्वागत सत्कार के लिए जानी जाती है। जब से यहां के सांसद देश के प्रधानमंत्री बने है। वो भी अपने संसदीय क्षेत्र में मेहमानों को मेजबानी खुद करते हैं इसी कड़ी में आगामी जनवरी माह के 21, 22, 23 को 15वां प्रवासी भारतीय दिवस वाराणसी में होने वाला है। इसके लिए पीएम मोदी ख़ुद
यहां मौजूद रहेंगे। इस सम्मेलन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी लगातार अधिकारियों को दिशा निर्देश दे रहे हैं। ताकि तैयारियों में किसी भी प्रकार की कोई कमी ना रहे।
दर्शन पूजन के लिए सुगम दर्शन एप्प का भी किया शुभारंभ
इतना ही नहीं सीएम योगी ने मेहमानों को दर्शन पूजन में किसी प्रकार का कोई समस्या न हो इसके लिए काशी विश्वनाथ मंदिर के ऑनलाइन दर्शन सुगम दर्शन एप्प का भी शुभारंभ किया। इस ऐप में ऑनलाइन दर्शन और सभी आरतियों की बुकिंग की जा सकती है और स्कॉर्ट दर्शन भी कराया जाएगा। वृद्ध लोगों के लिए ये खास सुविधा है इसका शुल्क 300 रुपया होगा।
इसकी जानकारी देते हुए सीएम योगी ने कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस के आयोजन की दृष्टि से काशी वासियों के साथ आयोजित प्रथम बैठक आए हुए सभी लोगों का हार्दिक स्वागत है। प्रवासी भारतीय दिवस 21, 22, 23 जनवरी को काशी धरती पर आयोजित होना है। पूरी दुनिया से 7 से 8 हजार लोग आएंगे। पूरी दुनिया को काशी की संस्कृति दिखाने का अवसर होगा। इसके लिए सभी काशी वासी के लिए जनसहभगिता हो। मेहमानों के स्वागत के लिए लोगों के मन में भाव पैदा हो। अतिथियों के ठहराने की व्यवस्था के लिए एप्प लांच किया गया है।
योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश को पहली बार इस आयोजन को आयोजित करने का सौभाग्य मिला है। उत्तर प्रदेश को इस विशेष आयोजन के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री जी को हृदय से अभिनंदन। काशी के अंदर होने वाले 15वें प्रवासी भारतीय दिवस के आयोजन में यह केवल एक सरकारी आयोजन ना बन जाए। बल्कि काशी वासियों की बल्कि काशी वासियों की सहभागिता की संयोजन के साथ ऐसे धार्मिक सामाजिक संगठनों के साथ बैठक संपन्न हुई है।