जनजीवन ब्यूरो / वाराणसी : अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरे दिन मंगलवार को यहां की जनता को 557.40 करोड़ रुपये को सौगात दी। उन्होंने पिछली सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा, ‘आप तो उस व्यवस्था के गवाह रहे हैं जब हमारी काशी को भोले के भरोसे, अपने हाल पर छोड़ दिया गया था।’ उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों की कई योजनाएं गिनाते हुए वाराणसी में सड़क, रेल, गैस, एलईडी, वायुसेवा के लिए किए गए कार्यों का ब्योरा दिया और कहा कि वह न सिर्फ एक प्रधानमंत्री बल्कि सांसद के तौर पर भी अपने काम का हिसाब देना अपना दायित्व समझते हैं।बीएचयू के एंफीथिएटर मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि काशी पूर्वी भारत का दरवाजा बनेगा।
साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि अलग-अलग क्षेत्र में बन रहे अस्पताल के कारण आने वाले समय में वाराणसी को हेल्थ हब के रूप में जाना जाएगा। पीएम ने कहा कि बीएचयू वर्ल्ड नॉलेज सेंटर बनाया जाएगा। काशी की धरोहरों को संजोने का काम किया जा रहा है।
पीएम मोदी के साथ मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और यूपी भाजपा अध्यक्ष महेंद्र नाथ पाण्डेय मौजूद हैं। महेंद्र नाथ पाण्डेय ने भोजपुरी भाषा में पीएम मोदी का स्वागत किया। बीएचयू में प्रधानमंत्री मोदी की सभा में शामिल होने के लिए एम्फीथिएटर चौराहे के समीप दोनों तरफ लंबी कतार लगी रही।
हवाई यात्रा बेहतर, बढ़ी पर्यटकों की संख्या
वाराणसी में हो रहे विकास के गवाह, यहां एयरपोर्ट पर आने वाले लोग भी बन रहे हैं। हवाई जहाज से वाराणसी आने वाले लोगों और टूरिस्टों की संख्या में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है।
तार के जाल से निजात
उन्होंने बताया कि आधे शहर से लटकते हुए तार गायब हो गए हैं। बाकी जगहों पर भी इन तारों को जमीन के भीतर बिछाने का काम तेजी से जारी है। उन्होंने बताया कि बिजली से जुड़े पांच प्रॉजेक्ट में से एक में पुरानी काशी को बिजली के लटकते तारों से छुटकारा दिलाने का काम शुरू है। उन्होंने बताया कि नए विद्युत उपकेंद्र से कम वोल्टेज की समस्या से छुटकारा मिलेगा। पीएम ने बताया कि एलईडी बल्ब से रोशनी बढ़ी है और बिजली के बिल में कमी आई है। उन्होंने बताया कि इससे करोड़ों रुपये की बचत की गई है।
उन्होंने पुरानी सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा,’रिंग रोड का काम फाइलों में दबा हुआ था। 2014 में हमने शुरू किया लेकिन यूपी में पहले की सरकार ने प्रॉजेक्ट में गति नहीं आने दी। योगी सरकार के आने के बाद तेजी से काम पूरा हुआ।’ बिहार नेपाल झारखंड मध्य प्रदेश जाने वाली सड़कों सड़कों को चौड़ा किया जा रहा है। नैशनल हाइवे 7 के जरिये वाराणसी से सुलतानपुर, गोरखपुर, हंडिया सड़क संपर्क मार्ग के लिए 1000 करोड़ रुपये तय किए गए। उन्होंने कहा कि पूर्वी भारत के गेटवे के तौर पर वाराणसी का विकास किया जा रहा है।
“आपने भले मुझे पीएम पद का दायित्व दिया हो। लेकिन मैं एक सांसद के नाते भी अपने काम का हिसाब देने के लिए जिम्मेदार हूं। आज मैंने चार साल में एक सांसद के रूप में क्या काम किया, इसकी एक छोटी सी झलक दिखाई है। मैं मानता हूं कि जनप्रतिनिधि के नाते, आपके सेवक के नाते, आप मेरे मालिक हैं, आप मेरे हाइकमान हैं, इसलिए पाई-पाई, पल-पल का हिसाब देना मेरा दायित्व है।”-वाराणसी में पीएम मोदी
भाषण की मुख्य बातें-
-हम काशी में जो भी बदलाव लाने का प्रयास कर रहे हैं वो उसकी परंपराओं को संजोते हुए, उसकी पौराणिकता को बचाते हुए किया जा रहा है। अनंत काल से जो इस शहर की पहचान रही, उसे संरक्षित करते हुए, इस शहर में आधुनिक व्यवस्थाओं का समावेश किया जा रहा है।
-काशी आज हेल्थ हब के रूप में उभरने लगा है। बीएचयू में आधुनिक ट्रॉमा सेंटर हजारों लोगों के जीवन को बचाने का काम कर रहा है।
-नए कैंसर और सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल लोगों को इलाज की आधुनिक सुविधाएं देंगे। बीएचयू ने एम्स के साथ एक वर्ल्ड क्लास हेल्थ इंस्टीट्यूट बनाने के लिए समझौता किया है।
-चार वर्ष पहले जब काशीवासी, बदलाव के इस संकल्प को लेकर निकले थे, तब और आज में अंतर स्पष्ट दिखता है। वरना आप तो उस व्यवस्था के गवाह रहे हैं जब हमारी काशी को भोले के भरोसे, अपने हाल पर छोड़ दिया गया था।
-पहले भी जब मैं यहां आता था, तो शहर भर में बिजली के लटकते तारों को देखकर हमेशा सोचता था, कि आखिर कब बनारस को इससे मुक्ति मिलगी? आज शहर के एक बड़े हिस्से से लटकते हुए तार गायब हो गए हैं। बाकी जगहों पर भी इन तारों को जमीन के भीतर बिछाने का काम तेज़ी से जारी है।
-वाराणसी शहर ही नहीं बल्कि आसपास के गांवों को भी सड़क, बिजली, पानी जैसी सुविधाएं पहुंचाई गई हैं। सांसद के रूप में जिन गांवों को विशेष रूप से विकसित करने का जिम्मा मेरे पास है उनमें से एक नागेपुर गांव के लिए आज पानी के एक बड़े प्रोजेक्ट का लोकार्पण हुआ है।
-आज यहां एक तरफ वैदिक विज्ञान केंद्र का शिलान्यास हुआ है तो दूसरी तरफ अटल इनक्यूबेशन सेंटर की भी शुरुआत हुई है। हम सभी को जितना अपनी पुरातन संस्कृति और सभ्यता पर गर्व है उतना ही भविष्य की तकनीक के प्रति हमारा आकर्षण है।
-आज यहां 550 करोड़ रुपए से ज्यादा के प्रोजेक्ट्स का या तो लोकार्पण हुआ है या फिर शिलान्यास हुआ है। विकास के ये कार्य बनारस शहर ही नहीं बल्कि आसपास के गांवों से भी जुड़े हैं।
-मेरे लिए ये सौभाग्य की बात है देश के लिए समर्पित एक और वर्ष की शुरुआत मैं बाबा विश्वनाथ और मां गंगा के शुभ आशीष से कर रहा हूं। आप सभी का ये स्नेह, ये आशीर्वाद मुझे हर पल प्रेरित करता है।
वाराणसी पूर्वी भारत का गेटवे
उन्होंने बताया कि विकास के ये कार्य वाराणसी शहर ही नहीं बल्कि आसपास के गांवों से भी जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि वाराणसी में हजारों करोड़ की अनेक सड़क परियोजनाएं चल रही हैं। मडुआडीह फ्लाइओवर का काम पूरा हो चुका है। गंगा नदी पर बने सामने घाट पुल के पूरा होने से, रामनगर आना-जाना और आसान हुआ है। कई दशकों से अंधरा पुल को चौड़ा करने का काम अटका हुआ था। इस काम को भी पूरा किया गया है।