जनजीवन ब्यूरो / जम्मू/नयी दिल्ली : पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू के समीप अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान को गोली मारने के बाद उसका गला रेत दिया. यह बर्बर घटना मंगलवार को रामगढ़ सेक्टर में हुई. घटना के बाद सुरक्षा बलों ने पूरी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तथा नियंत्रण रेखा पर ‘हाईअलर्ट’ जारी कर दिया. सीमा सुरक्षा बल ने अपने समकक्ष पाकिस्तान रेंजर्स के समक्ष कड़ाई के साथ यह मुद्दा उठाया है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हेड कॉन्स्टेबल नरेंद्र कुमार के शरीर में तीन गोलियों के निशान भी मिले हैं. कुमार का शव छह घंटे के बाद भारत पाक बाड़ के आगे मिल पाया क्योंकि पाकिस्तानी पक्ष ने सीमा पर संयंम बनाये रखने और बीएसएफ के खोजी दलों पर गोलीबारी न होना सुनिश्चित करने के आह्वान पर ‘कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.’ उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी रेंजर्स से लापता जवान का पता लगाने के लिए संयुक्त गश्त में शामिल होने को कहा गया था. लेकिन, पाक रेंजर्स ने एक स्थान तक आने के बाद समन्वित कार्रवाई में शामिल न हो पाने के लिए इलाके में पानी जमा होने का बहाना बना दिया. तब बीएसएफ ने सूर्यास्त का इंतजार किया और जवान का शव चौकी तक लाने के लिए ‘जोखिम भरा अभियान’ शुरू किया.
बल के अधिकारियों ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जवान के साथ क्रूरता की घटना संभवत: पहली है और सरकार, विदेश मंत्रालय एवं सीमा अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) ने इसे ‘अत्यंत गंभीरता’ से लिया है. उन्होंने कहा कि समझा जाता है कि यह मुद्दा पाकिस्तानी समकक्षों के समक्ष भी उठाया जायेगा. अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ के गश्ती दल को मंगलवार की सुबह मैदान में लगी ‘सरकंडे’ की लंबी लंबी घास काटने के लिए बाड़ के आगे जाना पड़ा था. दल पर पहली बार सुबह 10 बज कर करीब 40 मिनट पर गोली चलायी गयी. उन्होंने बताया कि बीएसएफ के जवान को पहले लापता घोषित कर दिया गया था. उसके शव का पता लगाने के लिए दिन भर भारतीय पक्ष की ओर से सीमा के दूसरी ओर फोन करने एवं संवाद के आदान-प्रदान करने का सिलसिला चलता रहा.
बीएसएफ ने हालांकि अभी इस घटनाक्रम पर टिप्पणी नहीं की है. लेकिन, सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा बल ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अपने सभी घेरे को इसकी सूचना दे दी है और नियंत्रण रेखा पर सेना को सतर्क रहने को कहा है. एक अधिकारी ने बताया, ‘जवान के शरीर पर तीन गोलियों के निशान हैं और उसका गला काट दिया गया है. अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारतीय सुरक्षा बल के साथ हुई यह अप्रत्याशित घटना है और पाकिस्तानी सैनिक इसके पीछे हैं. बीएसएफ और अन्य सुरक्षा बल सही समय पर जवाबी कार्रवाई करेंगे.’
बीएसएफ के जम्मू फ्रंटियर ने कल इस घटना के संबंध में एक बयान जारी किया था, लेकिन गला काटने जैसी जानकारी इसमें नहीं थी. सुरक्षा बल ने अपने बयान में बताया था, ‘बीएसएफ का एक दल सीमा बाड़े की ओर गश्त कर रहा था तभी उन पर गोलीबारी की गयी. बीएसएफ के सैनिकों ने तत्काल जवाबी कार्रवाई की, लेकिन शत्रु की गोली जवान को लग गयी. इस पाकिस्तानी इलाके में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक रक्षात्मक खाई सी बनी हुई है.’ सुरक्षा बल ने अपने बयान में कहा था कि भारतीय क्षेत्र की तरफ बड़े-बड़े सरकंडे हैं जिससे इसमें गिरे जवान का पता लगा पाना मुश्किल हो रहा था. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार में जम्मू में ‘स्मार्ट बाड़’ का उद्घाटन किया था जिसका लक्ष्य भारत-पाकिस्तान सीमा के संवेदनशील क्षेत्रों को स्मार्ट तकनीक की सहायता से सुरक्षित करना है.