जनजीवन ब्यूरो/ नई दिल्ली ।कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के इमेज बिल्डिंग की ज़िम्मेदारी बिहार के लाल को मिली है. यह महती ज़िम्मेदारी बिहार के लाल शाश्वत गौतम को दी गई है. शाश्वत गौतम बिहार के पूर्वी चंपारण के रहनेवाले हैं. मिल रही जानकारी के अनुसार शाश्वत गौतम को राहुल गांधी ने बड़ी ज़िम्मेदारी सौंपते हुए कांग्रेस का राष्ट्रीय संयोजक बनाया है. शाश्वत गौतम ने शनिवार की रात ट्वीट कर महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी देने के लिए राहुल गांधी को धन्यवाद भी दिया है. बता दें कि शाश्वत गौतम कभी नीतीश कुमार के लिए भी काम कर चुके हैं. कांग्रेस से मिल रही जानकारी के अनुसार लोकसभा चुनाव को लेकर राहुल गांधी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं. इसे लेकर युवाओं पर उनकी पैनी नजर है. ऐसे में राहुल गांधी को बिहार के इस युवक पर नजर पड़ी. उन्होंने बारीकी से इनकी मॉनिटरिंग की. फीडबैक लिया और शनिवार को बाजाप्ता मोतिहारी के रहनेवाले शाश्वत गौतम को कांग्रेस ने राष्ट्रीय संयोजक बनाया. जानकारी के अनुसार शाश्वत गौतम कांग्रेस में प्रचार और संगठन का काम देखेंगे. वे पूरे देश में कांग्रेस के विस्तार को मजबूती देंगे. पार्टी का प्रचार-प्रसार करेंगे. शाश्वत गौतम ने इसके लिए राहुल गांधी को धन्यवाद दिया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि मैं कांग्रेस को अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूंगा और राहुल गांधी की कसौटी पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा.
*शाश्वत गौतम*
शाश्वत गौतम बिहार के पूर्वी चंपारण के चैता गांव के रहनेवाले हैं. पेशे से इंजीनियर रहे शाश्वत कृषि के क्षेत्र में भी काफी काम किेये हैं. सामाजिक मुद्दों में उन्हें काफी रुचि हैं. वे नौकरी के लिए अमेरिका चले गये थे. इसके बार भी खेती से लगाव उनका छूटा नहीं. वर्ष 2011 में अमेरिका के वॉशिंगटन डीसी स्थित जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी ने शाश्वत गौतम का चयन ग्लोबल लीडर्स फेलो के रूप में किया. इसके बाद उन्होंने वहां से एमबीए की पढ़ाई की. इसी दौरान वे सामाजिक उद्यमियों को प्रोत्साहित करने वाली संस्था ‘अशोका इनोवेटर्स फॉर द पब्लिक’ के साथ जुड़ गये. साथ ही पढ़ाई भी उनकी चलती रही. जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी में विश्वविद्यालय छात्र संघ का चुनाव हुआ. यह 2012 की बात है. इसमें उन्हें जीत मिली. वहां छात्रसंघ का चुनाव जीतने वाले वे अकेले विदेशी छात्र थे. इतना ही नहीं, स्टूडेंट्स के लिए अच्छे काम करने के कारण उन्हें विश्वविद्यालय की ओर से सर्वश्रेष्ठ छात्र नेता चुना गया. पढ़ाई पूरी करने के बाद शाश्वत अमेरिका के मेरीलैंड राज्य सरकार के लिए जल आपूर्ति एवं स्वच्छता आयोग को जॉइन किया. इसमें उन्हें वरीय पदाधिकारी के पद पर नियुक्ति मिली. बाद में शाश्वत गौतम विदेश छोड़कर भारत लौट आए. उनके पिता डॉ रामजी सिंह मोतिहारी के चैता गांव में ही रहते हैं. शाश्वत के दादा गजाधर सिंह स्वतंत्रता सेनानी थे, जबकि इन्हें पिता डॉ रामजी सिंह पेशे से चिकित्सक थे. दरअसल शाश्वत के पिता मूल रूप से कांग्रेसी थे. 1990 में चुनाव भी लड़े थे. अब शाश्वत भी राजनीति के इस विरासत को संभालेंगे. खास बात कि पिछले साल शाश्वत को जदयू के मुखिया नीतीश कुमार ने भी बड़ी जिम्मेवारी दी थी. लेकिन बाद में महागठबंधन की सरकार खत्म होने के बाद ये कांग्रेस में चले आये. और आज शनिवार को राहुल गांधी ने शाश्वत को महती जिम्मेवारी सौंप दी.