जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । राफेल डील का मुद्दा पिछले काफी दिनों से देश की राजनीति में छाया हुआ है। विपक्ष इस मामले में लगातार सरकार को घेर रही है। वहीं सरकार भी बार-बार अपना रुख साफ करते हुए विपक्ष के दावों का पुरजोर खंडन कर रही है। इसी बीच राफेल को लेकर वित्तमंत्री अरुण जेटली खुलकर सामने आए हैं। उन्होंने इसपर समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत की। जिसमें उन्होंने कहा कि तमाम आरोपों के बावजूद यह सौदा रद्द नहीं होगा। उन्होंने राहुल गांधी से लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांक्वा ओलांद के दावों पर प्रतिक्रिया दी।
वित्त मंत्री ने साफ कर दिया है कि इन आरोपों के बावजूद राफेल डील रद्द नहीं की जाएगी। पीएम मोदी की खामोशी पर भी जेटली ने कहा कि जिन्हें बोलना है वे बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि केवल इसलिए कि कोई असत्य का सहारा ले सकता है, इस तरह की बहस में पीएम के हिस्सा लेने का कोई मतलब नहीं है। आपको बता दें कि ओलांद ने पिछले दिनों यह कहकर राजनीतिक भूचाल ला दिया कि राफेल डील में ऑफसेट पार्टनर के रूप में रिलायंस के नाम का सुझाव भारत सरकार ने दिया था। ओलांद ने यहां तक कहा कि उनके पास दूसरा कोई ऑप्शन नहीं था।
हालांकि बाद में ओलांद ने सफाई देते हुए कहा कि दसॉ कंपनी ही इस बारे में कुछ बता पाएगी। ओलांद का बयान फिलहाल कांग्रेस का राजनीतिक हथियार बना हुआ है। इस बीच अरुण जेटली एक बार फिर अपनी सरकार के बचाव में मैदान में उतर गए हैं। जेटली ने न केवल फेसबुक नोट लिखा है बल्कि इस मामले पर एएनआई को एक इंटरव्यू भी दिया है।