जनजीवन ब्यूरो / पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी द्वारा अपराधियों से आपराधिक घटनाओं पर रोक लगाने का आग्रह किये जाने के बाद सूबे में सियासी बयानबाजी शुरू हो गयी है. राजद सुप्रीमो लालू यादव ने मंगलवार को ट्वीट कर शासन चलाने का पाठ पढ़ाया है. लालू यादव के ट्विटर हैंडल से भी डिप्टी सीएम सुशील मोदी के बयान पर हमला किया गया है. लालू यादव के ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया गया है, जिसमें कहा गया है कि ‘क्रिमिनल्स के आगे मिमियाने और गिड़गिड़ाने से नहीं, शासन रौब से चलता है.’
हाथ-गोड़ कुछउ जोड़, अपराधियों के चरण धोकर उनका चरणामृत भी पी लों…अरे शर्म करों…
क्रिमिनल्स के आगे मिमियाने और गिड़गिड़ाने से नहीं, शासन रौब से चलता है।
तोहार लोगन के इक़बाल ख़त्म बा…चोर दरवाज़े से राज-काज में घुसल है ना, सो दुनो में नैतिक बल अउर आत्मविश्वास की कमी रहल..
वहीं दूसरी ओर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने भी सुशील मोदी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि अगर उपमुख्यमंत्री के कहने से अपराधी अपराध छोड़ देते हैं तो, इससे साफ है कि राज्य में अपराध किसके इशारे पर हो रहा है.
लालू ने ट्वीट कर कहा ‘हाथ-गोड़ कुछउ जोड़, अपराधियों के चरण धोकर उनका चरणामृत भी पी लो… अरे शर्म करो… क्रिमिनल्स के आगे मिमियाने और गिड़गिड़ाने से नहीं, शासन रौब से चलता है।’ चारा घोटाला मामले में जेल में बंद लालू इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि दोनों लोग चोर दरवाजे से सत्ता में आए हैं इसीलिए दोनों में नैतिक बल और आत्मविश्वास की कमी है। उन्होंने आगे लिखा, ‘तोहार लोगन के इकबाल खत्म बा… चोर दरवाजे से राज-काज में घुसल है ना, सो दुनो में नौतिक बल अउर आत्मविश्वास की कमी रहल।’
बता दें कि बीती 23 सितंबर को गया में पितृपक्ष मेला का उद्घाटन करते हुए अपराधियों से आग्रह किया था कि पितृपक्ष के दौरान किसी आपराधिक वारदात को अंजाम न दें। पटना स्थित टूल रूम एंड ट्रेनिंग सेंटर में आज आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे सुशील ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की और तुरंत वहां से रवाना हो गए।
पीएम की भाषा में लालू ने किया था पीएम से सवाल
इससे पहले लालू ने बीती 21 सितंबर को ट्वीट कर कहा था, ‘मित्रों, राफेल सौदे के घालमेल और तालमेल की सही जानकारी 125 करोड़ देशवासियों को मिलनी चाहिए कि नहीं? मिलनी चाहिए की नहीं? अगर पूंजीपति मिलनसार प्रधानमंत्री गुनाहगार व भागीदार नहीं है और ईमानदार चौकीदार हैं तो सच बताने में डर काहे का??’