जनजीवन ब्यूरो / कन्नूर : सबरीमाला मामले में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने केरल सरकार को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा कि आज केरल में धार्मिक मान्यताओं और राज्य सरकार की क्रूरता के बीच एक संघर्ष चल रहा है। भाजपा, आरएसएस और अन्य संगठनों के 2,000 से अधिक कार्यकर्ताओं और श्रमिकों को गिरफ्तार किया गया है। शाह ने कहा कि सरकार और कोर्ट को ऐसे फैसले नहीं सुनाने चाहिए, जिनका पालन न करवाया जा सके और जो आस्था से जुड़े हों। शाह ने कहा, ‘कन्नूर में 120 बीजेपी कार्यकर्ता मारे गए। जिस विचारधारा के लिए इन बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बलिदान दिया है, मैं उनके परिवार को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि हम उसे कभी पराजित नहीं होने देंगे।’
केरल के कन्नूर में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पार्टी कार्यालय का उद्घाटन करने पहुंचे तो इस मौके पर उन्होंने न सिर्फ राज्य की लेफ्ट सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि भाजपा भक्तों के साथ चट्टान की तरह खड़ी है, वाम सरकार को चेतावनी दी जाएगी।
अमित शाह ने कहा कि अदालत के फैसले के नाम पर जो लोग हिंसा को बढ़ावा देना चाहते हैं, मैं उन्हें बता देना चाहता हूं कि देश में ऐसे कई मंदिर हैं जो विभिन्न नियमों और मानदंडों पर चलते हैं। उन्होंने कहा कि केरल सरकार ने अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए भगवान अय्यप्पा के वास्तविक भक्तों को सबरीमाला मंदिर के अंदर से हटाने की कोशिश की जो अपने अधिकार के लिए लड़े।
राज्य सरकार को घेरते हुए शाह ने कहा, ‘कम्युनिस्ट सरकार कान खोलकर सुन ले कि जिस तरह अयप्पा के भक्तों पर दमन का कुचक्र चलाया जा रहा है, बीजेपी अयप्पा भक्तों के साथ चट्टान की तरह खड़ी रहेगी।’ उन्होंने कहा, ‘मैं मुख्यमंत्री विजयन को चेतावनी देने आया हूं कि अगर दमन की कोशिश को रोका नहीं गया तो बीजेपी कार्यकर्ता की ईंट से ईंट बजा देगा। केरल के अंदर मंदिरों की परंपरा को खत्म करने की कोशिश कम्युनिस्ट सरकार कर रही है।’
“केरल में इन दिनों आस्था, श्रद्धा, धर्म और शासन के दमन के बीच में संघर्ष चल रहा है। केरल की सरकार सबरीमाला मंदिर के अंदर जो श्रद्धालु और जनता अपनी आस्था के लिए संघर्ष कर रही है, उस पर दमन का कुचक्र चला रही है। 26 अक्टूबर से अब तक 2 हजार से ज्यादा बीजेपी, आरएसएस के कार्यकर्ताओं को जेल में डाला गया है। केरल की कम्युनिस्ट सरकार कान खोलकर सुन ले, अयप्पा के भक्तों पर जिस तरह दमन का कुचक्र चल रहा है, इसके खिलाफ बीजेपी चट्टान की तरह खड़ी रहेगी।”-अमित शाह
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि केरल सरकार ने राज्य में आपातकाल का माहौल बना दिया है। हिंदू धर्म में कभी भी स्त्रियों का अपमान नहीं किया गया, हमने हमेशा उन्हें देवी मानकर उनकी पूजा की है।
‘पालन हो सके, ऐसे ही आदेश दिए जाएं’
सबरीमाला विवाद पर अमित शाह ने कहा, ‘सरकार और कोर्ट को ऐसे आदेश देने चाहिए, जिनका पालन हो सके। उन्हें आदेश ऐसे नहीं देने चाहिए जो लोगों की आस्था का सम्मान न कर सकें। आर्टिकल 14 की दुहाई दी जाती है और 25 व 26 के तहत धर्म के अनुसार रहने का मुझे अधिकार है।’ उन्होंने कहा, ‘एक मौलिक अधिकार दूसरे को नुकसान कैसे पहुंचा सकता है। हिंदू धर्म ने कभी परंपराओं में महिलाओं के साथ अन्याय नहीं किया, बल्कि उनको देवी मानकर पूजा है।’
‘परंपराएं तोड़ने का किसी को हक नहीं’
शाह ने कहा, ‘कोर्ट के जजमेंट के नामपर जो परंपराओं को तोड़ना चाहते हैं, उनको बता दूं कि देशभर के कई मंदिर ऐसे हैं जो अलग-अलग परंपराओं से चलते हैं। भगवान अयप्पा के कई मंदिर देश में बने हैं, वहां महिलाओं का प्रवेश वर्जित नहीं है। इस मंदिर में अयप्पा की ब्रह्मचारी मूर्ति लगी है, इसलिए ऐसा है। देश के कई मंदिर ऐसे भी हैं जहां सिर्फ महिलाएं प्रवेश कर सकती हैं, पुरुषों का प्रवेश वर्जित है।’ शाह ने कहा कि सब इसी फैसले के पीछे पड़े हैं।