जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कि मोदी जनता से किए हुए वायदे से मुकर रहे हैं। व्यापम घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर उनका कहना है कि प्रधानमंत्री के शब्दों का वजन होना चाहिए। इससे पहले कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को आडे़ हाथों लिया था। दिग्विजय सिंह ने कहा कि राजनाथ और शिवराज दोनों ही इस फैसले से औंधे मुंह गिरे हैं। दोनों ही नेता दलील देते रहे हैं कि व्यापम मामले की जांच सही तरीके से हो रही है।
कांग्रेस महिला सेल के कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हिंदुस्तान की जनता से वायदा किया था कि ना खाउंगा और ना ही खाने दूंगा। जब कोई प्रधानमंत्री बोले तो उनका वजन होना चाहिए। राजस्थान के मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगे लेकिन प्रधानमंत्री चुप बैठे हुए हैं। ललित मोदी विदेश में बैठे हुए हैं लेकिन प्रधान मंत्री उसे लाने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहे हैं।
दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट के व्यापम मामले पर निर्णय आने के बाद कांग्रेस नेता दिग्विजय ने कहा कि यह पहला प्रकरण है जिसमें राजनेता, अधिकारी, पुलिस अधिकारी और दलाल मिलकर लाखों लोगों की जिंदगी तबाह किया है। पैसे देकर नौकरी और संस्थानों में प्रवेश लेने वाले बच्चे जेल में बंद हैं और आत्महत्या कर रहे हैं जबकि पैसे लेने वाले खुले में घुम रहे हैं। उन्होंने मांग की कि जो बच्चे जेल में बंद हैं उन्हें सरकारी गवाह बनाए जाएं।