जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अमृतसर के निरंकारी भवन में हुए ग्रेनेड हमले को आतंकी हमला बताया है। उन्होंने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, ‘यह आतंकवाद का मामला है।’ उन्होंने कहा कि इसमें कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। यह आतंकवाद का शुद्ध मामला है। उन्हें लक्षित किया गया क्योंकि वे आसान लक्ष्य थे। हमारे पास अतीत में अन्य संगठनों के बारे में जानकारी थी, लेकिन हमने सावधानी पूर्वक उपाय किए और इसे रोक दिया।’
उन्होंने कहा कि मुझे यह घोषणा करने में प्रसन्नता हो रही है कि हमले में शामिल दो में से एक को पुलिस ने पकड़ लिया है। 26 साल के बिक्रमजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। दूसरे को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उसका नाम अवतार सिंह है।
जिससे हमला किया गया, उसके लिए अमरिंदर ने कहा कि यह ग्रेनेड का प्रकार है, जिसे अन्य मॉड्यूल से लिया गया है। यह कश्मीर में बलों के खिलाफ इस्तेमाल किया जा रहा है और यह वह है जो फट गया। यह पाकिस्तान लाइसेंस प्राप्त कारखाने द्वारा बनाया गया है और छर्रों से भरा है।
मंगलवार को पंजाब पुलिस ने 25 लोगों हिरासत में लिया था। इसके बाद पूछताछ में कई अहम जानकारी हासिल हुई हैं। जिससे केस क्रैक हो गया। पूरे मामले में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इसमें सक्रिय थी।
बता दें कि रविवार को पंजाब के अमृतसर के राजासांसी स्थित निरंकारी भवन में आतंकी हमला हुआ था। ग्रेनेड से धमाका किया गया था इसमें तीन लोगों की जान चली गई थी। वहीं 20 घायल हुए। हमला बाइक पर सवार युवकों ने किया था। पंजाब सरकार ने तुरंत 5 लाख मुआवजे का एलान किया था। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हमले में मारे गए लोगों को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने का एलान किया। घायलों का मुफ्त इलाज किए जाने की बात भी कही थी।