जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने नेशनल हेराल्ड के स्वामित्व वाली एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) को हरियाणा के पंचकूला में प्लॉट के पुन: आवंटन के संबंध में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड (AJL) के खिलाफ शनिवार को चार्जशीट दाखिल की है। प्लॉट आवंटित करने में कथित अनियमितताओं के लिए हरियाणा सतर्कता ब्यूरो द्वारा हुड्डा और एजेएल के खिलाफ दायर धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार और आपराधिक षड्यंत्र के मामले को सीबीआई ने पिछले साल संभाला था। आरोप पत्र आईपीसी की धारा 120बी, 420, 13(2) और 13(1) के तहत दाखिल किया गया है।
यह आरोप लगाया गया था कि हुड्डा भ्रष्टाचार में शामिल थे क्योंकि उन्होंने एजेएल को जमीन आवंटित की थी। पंचकूला, हरियाणा में 3,500 वर्ग मीटर का प्लॉट एजेएल को पट्टे पर दिया गया था। एजेएल, नेशनल हेराल्ड अखबार का प्रकाशन करती है। भूमि को 1982 में पट्टे पर लिया गया था और पट्टा 1996 में समाप्त हो गया था।
हरियाणा राज्य सतर्कता ब्यूरो ने मई 2016 में हुड्डा और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुड्डा) में काम कर रहे चार अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार और 2005 में एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड को जमीन को फिर से आवंटित करने के लिए प्राथमिकी दर्ज की थी। जब ये कथित भ्रष्टाचार हुआ तब सीएम हुड्डा हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HUDA) के अध्यक्ष भी थे।
सीबीआई के इस आरोपपत्र पर मोतीलाल वोरा ने कहा, ‘सरकार खराब इरादे से काम कर रही है। मामला कोर्ट में है और आखिर में सच्चाई की जीत होगी। हम चार्जशीट का जवाब देंगे। इस मामले में कोई अनियमितता नहीं है।
वहीं कांग्रेस नेता और वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि चुनाव को देखते हुए सरकार ऐसे कृत्यों में शामिल होती है। 5 साल खत्म होने वाले हैं, उनके पास सभी शक्तियां हैं, लेकिन क्या उनके पास कोई सबूत है? उनका एकमात्र उद्देश्य मतदान के दौरान सुविधा के अनुसार इस तरह के औजारों का उपयोग करना है।
सीएसएम के सीताराम येचुरी ने कहा कि हम इस तरह से देख रहे हैं कि आंध्र और हर जगह अब विपक्षी नेताओं के खिलाफ केस किए जा रहे हैं। इन सभी संस्थानों को स्वतंत्र होने की आवश्यकता है।