जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्लीः दुनिया भर में सड़कों पर बेहतर और सुरक्षित यातायात के लिए काम कर रही जिनेवा की वैश्विक संस्था इंटरनेशनल रोड फेडरेशन (आईआरएफ) ने सभी राजनीतिक दलों से अनुरोध किया है कि वे एकजुट होकर संसद के वर्तमान सत्र के दौरान ही संशोधित मोटर वाहन अधिनियम को राज्य सभा में पारित कराएं। लोकसभा ने संशोधित कानून को पहले ही मंजूरी दे दी है।
इंटरनेशनल रोड फेडरेशन के चेयरमैन श्री के. के. कपिला ने आज एक बयान में कहा, “विश्व स्वास्थ्य संगठन के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं में हर वर्ष दुनिया भर में करीब 13.5 लाख लोगों की जान जाती हैं। सतत विकास के लिए 2030 के एजेंडा में सड़क दुर्घटनाओं के कारण मौत और चोट के वैश्विक आंकड़े को 2020 तक आधा करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा गया है। सड़क दुर्घटनाओं में आधी से अधिक मौतें उन लोगों की होती हैं, जो सड़क पर जोखिम में रहते हैं जैसे पैदल यात्री, साइकल सवार और मोटरसाइकल सवार। सड़कों पर होने वाली 93 प्रतिशत मौतें कम एवं मध्यम आय वाले देशों में होती हैं, जबकि दुनिया में मौजूद कुल वाहनों में केवल 60 प्रतिशत ही इन देशों में हैं। भारत भी इन देशों में शामिल है। सड़क दुर्घटनाओं में लगने वाली चोट 5 से 29 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों और युवाओं में मौत का प्रमुख कारण है।”