जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। व्यापमं घोटाले को लेकर कांग्रेस और बीजद ने पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से इस्तीफा मांगा है। कांग्रेस ने उन पर घोटाले का पैसा लेने का आरोप लगाया। इसके अलावा बीजेपी नेता प्रभात झा पर भी पैसा लेने का आरोप लगाया।
प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि जब तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री अपने पद पर बने हुए हैं, तब तक एक निष्पक्ष जांच होना संभव नहीं है। हमें सीबीआई की जांच पर भरोसा है, लेकिन सीएम की दखलंदाजी जांच में हो सकती है। जयराम ने कहा कि व्यापमं में 45 लोगों की हत्या हुई है। उधर पीएम कहते हैं कि स्किल इंडिया, पर मध्य प्रदेश में हो रहा है किल इंडिया।
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि जब तक शिवराज पद पर सही जांच होना मुमकिन नहीं है। 31 मार्च को विधानसभा में उन्होंने जवाब दिया था कि कोई अनियमितता नहीं हुई है, तो जांच बताने का सवाल नहीं उठता। जबकि पौने दो साल पहले 45 अभियर्थियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई थी, जिसका सीधा-सीधा मतलब विधानसभा में उन्होंने झूठ बोला था।
सुरजेवाला ने कहा कि व्यापमं का सूत्रधार सुधीर शर्मा और लक्ष्मीकांत शर्मा ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ व्यापमं घोटाले का पैसा बांटा था। इसके अलावा बीजेपी के उपाध्यक्ष प्रभात झा और उनके दोनों बेटों के साथ भी पैसा बांटा था। आरएसएस के समीर सोनी, अनिल दवे के साथ भी सुधीर ने पैसा बांटा। दस्तावेजों से साफ होता है ये सब लोगों के बीच रिश्ते थे और डॉ. सुधीर ने व्यापमं से मिलने वाले पैसों को इन सबके साथ शेयर किया।