जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार समेत कई छात्रों के के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने 2016 में दर्ज देशद्रोह के मामले में सोमवार को आरोपपत्र दायर किया। दिल्ली पुलिस ने देशद्रोह के मामले में संस्थान के पूर्व छात्रों उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया। जेएनयू देशद्रोह मामले में आकिब हुसैन, मुजीब हुसैन, मुनीब हुसैन, उमर गुल, रईया रसूल, बशीर भट, बशरत के खिलाफ भी आरोप पत्र दाखिल किए गए। कोर्ट चार्जशीट पर मंगलवार को सुनवाई करेगा। पुलिस तीन साल तक चली जांच के बाद चार्जशीट की कॉपी और अन्य दस्तावेजों को एक ट्रंक में लेकर कोर्ट पहुंची।
1200 पेज की चार्जशीट, 12 नारों का भी जिक्र
1200 पेज की इस चार्जशीट को पुलिस ने अदालत में पेश किया है। पुलिस ने चार्जशीट में कन्हैया और अन्य आरोपियों द्वारा कथित तौर पर लगाए गए 12 नारों की लिस्ट भी शामिल की है। इनमें ‘हम लेके रहेंगे आजादी।।।, संगबाजी वाली आजादी।।।, भारत तेरे टुकड़े होंगे।।।, कश्मीर की आजीदी तक जंग रहेगी।।।, भारक के मुल्क को एक झटका और दो।।।, भारत को एक रगड़ा और दो।।।, तुम कितने मकबूल मरोगे।।।, इंडियन आर्मी को दो रगड़ा।।। आदि नारे शामिल हैं।
कन्हैया समेत 10 लोगों के नाम हैं शामिल
चार्जशीट में जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया, सैयद उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य, आकिब हुसैन, मुजीब हुसैन, मुनीब हुसैन, उमर गुल, रईस रसूल, बशरत अली, और खलिद बशीर भट के नाम हैं। जांच एजेंसी ने इस केस में पूरी तैयारी के साथ चार्जशीट तैयार की है। इस मामले के गवाहों के बयान सीआरपीसी की ऐसी धारा के तहत दर्ज किए गए हैं कि बयान से पलटने पर उन्हें सजा मिल सकती है। पुलिस ने इसके साथ ही फरेंसिक और फेसबुक डेटा के जरिए भी साक्ष्य जुटाए हैं।
जांच में यह कहा गया है कि कन्हैया ने प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व किया था। इसके लिए किसी प्रकार की अनुमति नहीं ली गयी थी। कन्हैया कुमार, खालिद और भट्टाचार्य को संसद हमले के मास्टरमाइंड अफजल गुरु को फांसी दिये जाने के खिलाफ जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में कथित तौर पर एक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए राजद्रोह के आरोपों पर 2016 में गिरफ्तार किया गया था।
इन गिरफ्तारियों पर काफी विवाद पैदा हुआ था। विपक्ष ने यह कहते हुए पुलिस की आलोचना की थी कि वह सत्तारूढ़ भाजपा की तरफ से काम कर रही है। एक पुलिस अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर बताया, आरोप पत्र को अंतिम रूप दिया जा रहा है और इसे जल्द ही दाखिल कर दिया जायेगा। आरोप पत्र में आठ कश्मीरी छात्रों के नाम भी शामिल हैं।
इस विवादास्पद कार्यक्रम को लेकर तब आक्रोश पैदा हो गया था जब आरोप लगाये गये थे कि कार्यक्रम में देश विरोधी नारे लगाये गये। गिरफ्तारी के बाद कन्हैया कुमार सुर्खियों में आ गये थे और इसके बाद देशभर में प्रदर्शन हुए थे। कार्यक्रम की एक फुटेज प्रमाणिक पायी गयी थी जिसके बाद पिछले साल विशेष शाखा के अधिकारियों ने कुछ छात्रों से पूछताछ की थी। खालिद के करीबी सूत्रों ने बताया कि उन्हें मीडिया में आयी खबरों के जरिये आरोपपत्र के मसौदे के बारे में पता चला और यह पता चला कि उसे अगले सप्ताह या उसके बाद अंतिम रूप दिया जा सकता है।
वाम कार्यकर्ता और छात्र नेता शेहला राशिद ने कहा कि यह भाजपा का भूला हुआ ट्रंप कार्ड है। उन्होंने कहा, जब भाजपा राष्ट्र विरोधी कार्ड खेलती है तो वह असम, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में चुनाव जीतती है। अब राज्य विधानसभा चुनावों में हार का सामना करने के बाद भाजपा 2019 के लिए भूल बिसरे ट्रंप कार्ड निकाल रही है क्योंकि किसानों के मुद्दे, अर्थव्यवस्था पर वह जीरो है।