जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने उन्हें बीजेपी की सदस्यता दिलाई। इस दौरान अरुण जेटली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि गौतम गंभीर पीएम मोदी के विजन से काफी प्रभावित हुए हैं।
देश के लिए कुछ करना चाहते हैं। इसी कारण उन्होंने भाजपा का दामन थामा है। क्रिकेट में भी गौतम गंभीर का बड़ा योगदान है। उनका वर्ल्ड कप में बड़ा योगदान था। टिकट के सवाल पर जेटली ने कहा कि इसके बारे में फैसला चुनाव समिति करेगी।
दिसम्बर 2018 में टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लिया था. कयास लगाए जा रहे थे कि टीम इंडिया के आतिशी बल्लेबाजों में शुमार भाजपा ज्वाइन करेंगे. तब लगाए जा रहे उस कयास को परिपूर्ण करते हुए, दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में, गौतम ने केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और अरुण जेटली की उपस्थिति में भाजपा की कमान संभल ली है.
चार महीने इंतजार के बाद क्रिकेटर गौतम गंभीर ने भाजपा का दामन पकड़ लिया है
पार्टी में आने से उत्साहित गौतम ने कहा है कि मैं बीजेपी में शामिल हो गया हूं. मुझे भरोसा है कि मैं पार्टी की उम्मीदों पर खरा उतरूंगा. इसके अलावा गौतम ने ये भी कहा कि ये फैसला उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन से प्रभावित होकर लिया है. साथ ही देश के कुछ करने का मौका देने के लिए उन्होंने पार्टी को शुक्रिया भी कहा है.
गौतम के भाजपा ज्वाइन करने के इस फैसले पर पार्टी के वरिष्ठ नेतागण भी खुश दिखाई दिए. गंभीर के इस फैसले का समर्थन करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि गौतम गंभीर के पार्टी में आने से बीजेपी को फायदा होगा. वह पार्टी कार्यकर्ता के रूप में प्रचार करेंगे. चुनाव लड़ाने के सवाल पर जेटली ने कहा कि इसका फैसला चुनाव अभियान समिति करेगी.
चूंकि पार्टी में एक क्रिकेटर आया है. इसलिए पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू का नाम लिए बिना जेटली ने ये भी कहा कि, ‘हमारे पास अनुभव है कि कैसे एक क्रिकेटर अचानक पाकिस्तान के प्रति सहानुभूति रखने वाला बन गया, कम से कम गौतम गंभीर का ऐसा कोई पुराना इतिहास नहीं है.’ यदि भाजपा के खेमे से आ रही ख़बरों पर विश्वास लिया जाए तो, आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर गौतम गंभीर को नई दिल्ली सीट से उतारा जा सकता है. आपको बताते चलें कि फिलहाल इस सीट से मीनाक्षी लेखी भाजपा की सांसद हैं.
गौरतलब है कि क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद ये साफ हो गया था कि गौतम आज नहीं तो कल राजनीति में अपनी किस्मत जरूर आजमाएंगे. साथ ही जैसा उनका रुख था उससे ये भी साफ था कि वो उस पार्टी में जाएंगे जो पूरी तरह उनकी विचारधारा से मेल खाती हो. ध्यान रहे कि पूर्व में कई अहम मौकों पर गौतम गंभीर, कांग्रेस से लेकर आम आदमी पार्टी पर निशाना साध चुके हैं. उन्होंने इन दोनों ही पार्टियों की कार्यप्रणाली पर तमाम तरह के गंभीर आरोप लगाए थे. इसके अलावा अब तक जैसे ट्वीट गौतम गंभीर ने किये हैं, यदि उनके ट्वीट्स के पैटर्न पर भी ध्यान दें तो मिलता है कि काफी हद तक उनकी विचारधारा और सोचने समझने का नजरिया भाजपा के नजरिये और उसकी विचारधारा से मैच करता है.
गौतम के बारे में दिलचस्प बात ये भी रही कि, ट्वीटर पर इक्का दुक्का मौकों पर उन्होंने भाजपा की आलोचना तो की. मगर कभी वो भाजपा पर उतना सख्त नहीं हुए जितना वो प्रायः अन्य दलों पर होते हैं. ध्यान रहे कि जिस वक्त गौतम ने क्रिकेट छोड़कर था उस वक़्त पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी ने ट्वीट कर उनसे पूछा था कि वह भाजपा की लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ेंगे या फिर राज्यसभा जाएंगे.