जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । बिहार में महागठबंधन मे सीटों को लेकर चल रहा शीत युद्ध समाप्त हो गया है। दरभंगा लोकसभा सीट जहां राजद के खाते में आई है तो सुपौल सीट कांग्रेस को दे दी गई है। यानी, कीर्ति आजाद अब दरभंगा से नहीं लड़ पाएंगे। तेजस्वी यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीटों को लेकर तस्वीर साफ की। उन्होंने कहा कि हागठबंधन अटूट है। ये सच-झूठ की लड़ाई है। तेजप्रताप की बगावत के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पार्टी में हर नेता को सुझाव और राय देने का अधिकार है। इस बीच कांग्रेस ने भी बिहार से कुछ उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैंं। बिहार के सासाराम से लोकसभा की पूर्व स्पीकर मीरा कुमार एक बार फिर से प्रत्याशी बनाया गया है। वहीं बिहार के बाहुबली विधायक अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को मुंगेर से और पप्पू यादव की पत्नी रंजीत रंजन को सुपौल से मैदान में उतारा गया है।
राजद के खाते में ये सीटें:
नवादा, बांका, भागलपुर, मधेपुरा, दरभंगा, वैशाली, गोपालगंज, सीवान, महाराजगंज, सारण, हाजीपुर, बेगूसराय, पाटलिपुत्र, बक्सर, जहानाबाद, झंझारपुर, अररिया, सीतामढ़ी, शिवहर
आरा की सीट सीपीआई एमएल के लिए छोड़ी गई है।
राजद के उम्मीदवार
बांका- जयप्रकाश यादव
मधेपुरा- शरद यादव
दरभंगा- अब्दुल बारी सिद्दीकी
वैशाली- रघुवंश प्रसाद
गोपालगंज- सुरिंदर राम
भागलपुर- बुलो मंडल
महाराजगंज- रणधीर सिंह
सारण- चंद्रिका राय
हाजीपुर-श्रीचंद्र राव
बेगूसराय- तनवीर हसन
पाटलिपुत्र-मीसा भारती
जहानाबाद- सुरेंद्र यादव
नवादा- विभा देवी
झंझारपुर- गुलाब यादव
अररिया- सरफराज आलम
सीतामढ़ी- अर्जुन राय
आरएलएसपी- पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, उजियारपुर, बेतिया, जमुई
कांग्रेस- समस्तीपुर, मुंगेर, पटना साहिब, सासाराम, वाल्मीकि नगर, सुपौल, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया
हम- नालंदा, गया, औरंगाबाद
वीआईपी- खगड़िया, मुजफ्फरपुर, मधुबनी