जनजीवन ब्यूरो / पटना : राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की किताब ‘गोपालगंज टु रायसीना: माय पॉलिटिकल जर्नी’ रिलीज होने के पहले ही विवादों में आ गयी है. नलिन वर्मा के साथ मिलकर लालू प्रसाद ने ‘गोपालगंज टु रायसीना: माय पॉलिटिकल जर्नी’ लिखी है. इस किताब में सियासत से जुड़े कई खुलासे किये गये हैं. किताब में लालू प्रसाद यादव ने दावा किया है कि जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चाहते थे कि अगर मैं जदयू को लिखित समर्थन दे दूं, तो वे (नीतीश कुमार) भाजपा का साथ छोड़ कर महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं. किताब में लिखी बात की राजद नेता तेजस्वी यादव ने पुष्टि करते हुए कहा कि ‘एनडीए में शामिल होने के बाद छह माह के अंदर नीतीश कुमार ने कई बार महागठबंधन में शामिल होने का प्रस्ताव रखा था. यह बात मैं प्रमाण के साथ कह रहा हूं.’ साथ ही उन्होंने कहा कि ‘हालांकि, लालू जी ने मना कर दिया था.’