जनजीवन ब्यूरो / सहारनपुर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जहां जनता को मुजफ्फनगर दंगों की याद दिलाते हुए एसपी-बीएसपी पर हमला बोला, वहीं आरएलडी के ‘बड़े और छोटे चौधरी’ (अजित सिंह और जयंत चौधरी) को भी निशाने पर लिया। कांग्रेस पर वार करते हुए उन्होंने कहा कि वे बोटी-बोटी वाले को सम्मान देते हैं और हम बेटी की बात करते हैं। कांग्रेस के घोषणापत्र को ढकोसला पत्र बताते हुए मोदी ने सवाल किया कि क्या देश को जवानों का मनोबल कम करने वाली सरकार चाहिए। उनका इशारा AFSPA की समीक्षा के कांग्रेस के वादे की तरफ था।
सहारनपुर से कांग्रेस उम्मीदवार इमरान मसूद की तरफ इशारा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यहां तो बोटी-बोटी वाले लोग मैदान में है, मगर हम बेटी की बात करते हैं। अगर ये लोग सत्ता में आए तो मुस्लिम बेटियों के हित में लाए गए ट्रिपल तलाक अध्यादेश को कानून नहीं बनने देंगे। 11 अप्रैल को आपका बीजेपी को दिया एक-एक वोट महिलाओं को सुरक्षा देगा, सेना के हाथ मजबूत करेगा और नौजवानों को रोजगार देगा। बता दें कि इमरान मसूद का 2014 चुनाव से पहले एक विडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह बीजेपी की तरफ से पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी को बोटी-बोटी काटने की धमकी दे रहे थे।
पीएम मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस ने अपने ढकोसला-पत्र में घोषित किया है कि वे सत्ता में आने के बाद आतंकी हमलों का सामना कर रहे जवानों को मिला सुरक्षा कवच हटा लेंगे और देशद्रोह कानून भी खत्म कर देंगे। क्या आपको ऐसी नीति मंजूर है कि पत्थरबाजों और आतंकियों को खुली छूट दे दी जाए? क्या आपको हमारे जवानों का मनोबल कम करने वाली सरकार चाहिए? क्या देशद्रोहियों को खुली छूट दे दी जाए?’ उन्होंने कहा कि ये लोग मोदी से मुक्ति के पाने के लिए देश को ही दांव पर लगा रहे हैं, लेकिन आपको इनकी साजिशों को नाकाम करना है।
मोदी ने अपने भाषण में मुजफ्फरनगर दंगे का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘देश के किसी भी कोने में कोई बम धमाका किसी की जाति देखकर जान नहीं लेता। आपको अच्छी तरह पता है कि यहां (सहारनपुर में) भी देश को बांटने वाला खेल कैसे खेला जा रहा है। महामिलावट वाले लोग पूरे पश्चिमी यूपी में एक बात फैला रहे हैं कि सहारनपुर एक नई प्रयोगशाला है, लेकिन जब केंद्र में महामिलावट की सरकार और यूपी में एसपी की सरकार थी, तब इन्होंने एक प्रयोग मुजफ्फरनगर में भी किया था। तब वहां क्या-क्या हुआ? किस तरह बहन-बेटियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ हुआ, कितनी जानें गईं। बहनजी (मायावती) ने अपने स्वार्थ के लिए वह सब भुला दिया, मगर क्या आप भुला पाएंगे?’
कैराना के कथित पलायन की घटना से साधा निशाना
पीएम मोदी ने कहा, ‘शामली और कैराना में पलायन के वे दिन ये बुआ-बबुआ भुला सकते हैं, मगर आप भुला सकते हैं क्या? बीजेपी की सरकार के बाद पलायन जैसे दांव नहीं चल रहे हैं। इसलिए इस बार फिर से वोटबैंक की राजनीति खेली जा रही है।’
आरएलडी अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह को निशाने पर लेते हुए मोदी ने कहा, ‘आज चौधरी अजित सिंह भी अपने स्वार्थ के लिए आप पर हुए जुल्मों को भूल गए हैं। आपके चौकीदार को गली-गली गालियां देते घूम रहे हैं। छोटे चौधरी उनसे भी दो कदम आगे हैं। राष्ट्रहित और किसानहित के लिए अपना जीवन देने वाले चौधरी चरण सिंह की आत्मा इन लोगों को देखती होगी तो उन्हें कितना कष्ट होता होगा।’ आरएलडी सुप्रीमो अजित सिंह और उनके बेटे जयंत चौधरी पर हमला करते हुए मोदी ने कहा, ‘चौधरी अजीत सिंह ने तो सारी हदें पार कर दी हैं। तब अपने राजनीतक स्वार्थ के लिए वह चुप रहे। आज भी वह इस क्षेत्र में आप पर हुए अत्याचारों को भूल गए। उनकी जुबान दंगों के संरक्षकों के लिए नहीं उठती। इस चौकीदार को गाली देने के लिए वह गली-गली घूम रहे हैं। छोटे चौधरी तो उनसे भी आगे हैं। मैं उनका बयान सुन रहा था जिन लोगों ने उन्हें इतना सम्मान दिया उनके खिलाफ ऐसी भाषा?’
‘कांग्रेस हमेशा पिछड़ों की विरोधी रही है’
पीएम मोदी ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा, ‘याद रखिएगा कि कांग्रेस हमेशा से पिछड़ों की विरोधी रही है। संसद में राजीव गांधी ने मंडल कमिशन का विरोध किया था। राहुल गांधी को भी ओबीसी कमिशन से आपत्ति है।’
प्रधानमंत्री मोदी ने सहारनपुर से कांग्रेस के उम्मीदवार इमरान मसूद पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां तो ‘बोटी-बोटी’ करने वाले साहब भी हैं, जो कांग्रेस के शहजादे के करीबी हैं। उन पर शहजादे को ज्यादा ही प्यार आता है। मोदी ने कहा, ‘वे लोग बोटी-बोटी करने वाले लोग हैं, हम बेटी-बेटी को सम्मान देने वाले लोग हैं। हमने यूपी की करीब 90 लाख बेटियों को मुद्रा लोन दिए, घरों में शौचालय बनवाए और महिलाओं के नाम पर आवास दिए।’ बता दें कि पीएम मोदी इमरान मसूद के 2014 में दिए उस विवादित बयान का जिक्र कर रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह नरेंद्र मोदी की बोटी-बोटी कर देंगे। उनके इस बयान पर उस समय काफी विवाद हुआ था।