जनजीवन ब्यूरो / समस्तीपुर । कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार में मिथिला क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हाल-चाल छे? ठीक हो? नरेन्द्र मोदी जी ने आपको बहुत लूटा, दबा-दबाकर लूटा, 5 लाख 55 हजार करोड़ रुपए, आप सोचिए 5 लाख 55 हजार करोड़ रुपए 15 लोगों को दिया। बिहार को अलग-अलग वायदे, किए स्पेशल स्टेट्स? दो करोड़ युवाओं को रोजगार, 15 लाख रुपए बैंक अकाउंट में, कुछ नहीं सब झूठा है, कुछ नहीं सब झूठा है, नरेन्द्र मोदी ने लूटा है।
अब देखिए, साढ़े पांच लाख करोड़ रुपए उन्होंने आपसे लिया, 15 लोगों को दिया, नाम आप जानते हो, अनिल (जनता ने कहा, अंबानी), नीरव (जनता ने कहा, मोदी) मेहुल (जनता ने कहा, चौकसी), विजय (जनता ने कहा, माल्या), नाम जानते हो। इन चोरों को चौकीदार ने आपका पैसा दिया है, लाखों करोड़ रुपए और पांच महीने पहले मैंने सोचा, ये नरेन्द्र मोदी जी कहते हैं, कि इन्होंने लाखों बैंक अकाउंट खोले हैं, हर भाषण में कहते हैं, लाखों बैंक अकाउंट खोले, मैंने सोचा क्यों नहीं कांग्रेस पार्टी उन्हीं बैंक अकाउंट में थोड़ा सा पैसा डाले, बैंक अकाउंट का क्या फायदा अगर उसमें पैसा ही नहीं है। पांच महीने पहले मैंने कांग्रेस पार्टी के इकॉनमिस्टस को बुलाया, थिंक टैंक्स को बुलाया उनसे कहा देखिए, मुझे एक नंबर चाहिए, कौन सा नंबर, मैं वो जानना चाहता हूँ, मैं वो नंबर जानना चाहता हूँ, हिंदुस्तान के हर गरीब व्यक्ति के बैंक अकाउंट में डालूँ। उन्होंने मुझसे कहा राहुल जी आप जानते हैं, हिंदुस्तान में कितने गरीब लोग हैं? मैंने कहा, हाँ जानता हूँ, 25 करोड़ लोग, चौकीदार ने 15 लोगों के बैंक अकाउंट में 5 लाख 55 करोड़ हजार रुपया डाला, मैं लाखों करोड़ रुपए 25 करोड़ लोगों के बैंक अकाउंट में डालना चाहता हूँ।
सौ करोड़ नहीं, हजार करोड़ नहीं, लाखों करोड़ रुपए मैं 25 करोड़ लोगों के बैंक अकाउंट में डालना चाहता हूँ, उनसे मैंने कहा अब आप एक काम कीजिए, आपके पास 4-5 महीने हैं, आप स्टडी करवा लीजिए, दुनिया के सबसे बड़े इकॉनमिस्टस के पास चले जाइए, जहाँ आपको जाना है, जाइए, मगर जब आप वापिस आएंगे, मुझे भाषण मत देना, मुझे थ्योरी मत बताना, किताब मत देना, मुझे नंबर चाहिए, नंबर के बिना वापस मत आना मेरे ऑफिस में। कुछ ही दिन पहले आते हैं, कागज पर लिख दिया नंबर, 72 हजार रुपए, मैने पूछा 72 हजार रुपए कितने समय में? कितने लोगों को? कहते हैं, राहुल जी, 72 हजार रुपए साल के, 25 करोड़ लोगों को, पांच करोड़ परिवारों की महिलाओं के बैंक अकाउंट में हर महीने 6 हजार रुपए।
आप जानते हो ‘न्याय’ योजना से कौन से प्रदेश को सबसे ज्यादा फायदा होने वाला है? भाइयो और बहनों, सबसे ज्यादा फायदा बिहार की जनता को होने वाला है। डायरेक्ट, सीधा आज कल इंटरनेट का टाइम है, हर महीने पांच करोड़ परिवारों के बैंक अकाउंट में, पहली तारीख, 6 हजार रुपए। जनवरी, 6 हजार, फरवरी 6 हजार, मार्च, अप्रेल, जून से दिसम्बर तक हर महीने 6 हजार रुपए, साल के 72 हजार रुपए, पांच साल के 3 लाख 60 हजार रुपए, पांच करोड़ महिलाओं के बैंक अकाउंट के अंदर।
चौकीदार ने आपको 15 लाख का झूठ बोला था, मैंने सच्चाई निकाली है। 15 लाख रुपए नहीं दिया जा सकता है, क्योंकि अगर 15 लाख रुपए दे दिया, तो बिहार की, हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था नष्ट हो जाएगी, मगर भाइयो और बहनों, 3 लाख 60 हजार रुपए दिए जा सकते हैं और कांग्रेस पार्टी, तेजस्वी जी, कुशवाहा जी, मांझी जी, सब मिलकर आपके बैंक अकाउंट में साल के 72 हजार रुपए डालकर ही दिखाएंगे, कुछ भी हो जाए। इस चौकीदार ने नीरव मोदी, मेहुल चौकसी को पैसा दिया, उतना पैसा मैं उठाकर सीधे आपके बैंक अकाउंट में डालने जा रहा हूँ।
अच्छा, नारा सुनना है तो सुन लीजिए, तेजस्वी जी ने नारे लगाए, बड़े सुंदर नारे लगाए मैं भी एक लगाता हूँ। पहले चलता था नारा, अच्छे दिन, लोग कहते थे आएंगे, 2-3 महीने चला, 2014 के चुनाव के बाद लोग कहने लगे कि भईया ये कहाँ फंस गए क्या हो गया है? 2 साल के अंदर नया नारा चला, सुनिए, चौकीदार (जनता ने कहा, चोर है), नहीं भईया मजा नहीं आया, ये बिहार है भईया, सुनाई देना चाहिए, चौकीदार (जनता ने फिर जोश के साथ कहा, चोर है), हां, चौकीदार (जनता ने फिर कहा, चोर है),ये तो ये चौकीदार ने आपका पैसा उनको दिया, हम उनकी जेब में से पैसा निकालकर आपकी जेब में डालेंगे।
मिडिल क्लास के लोगों को नरेन्द्र मोदी जी कहते हैं, भाईयो और बहनों, कांग्रेस पार्टी न्याय योजना देने जा रही है, 72 हजार रुपए साल के 5 करोड़ लोगों को देने जा रही है, पैसा मिडिल क्लास से आएगा, मैं बिहार के सब मिडिल क्लास के लोगों से कहना चाहता हूँ मध्यम वर्ग के लोगों से कहना चाहता हूँ, मैं आपको स्टेज से गारंटी करता हूँ, एक रुपया, रुपया छोड़िए एक पैसा भी आपकी जेब में से नहीं आएगा, पूरा का पूरा अनिल अंबानी जैसे चोरों की जेब से आएगा और गरीबों की जेब में जाएगा।
नरेन्द्र मोदी जी ने नोटबंदी की, गब्बर सिंह टैक्स और उन्होंने आपकी जेब में से पैसा निकाला, लाखों करोड़ रुपए निकालकर अनिल अंबानी के बैंक अकाउंट में, नीरव मोदी, मेहुल चौकसी के बैंक अकाउटं में। जैसे ही उन्होंने बिहार की जनता की जेब से पैसा निकाला, माताओं- बहनों के घर से पैसा निकाला, वैसे ही बिहार के लोगों ने माल खरीदना बंद किया। पहले आप शर्ट, पैंट, जूता, टी-शर्ट, टोपी व साबुन खरीदते थे, जेब में पैसा नहीं था, आपने खरीदना बंद किया, जैसे ही आपने खरीदना बंद किया, फैक्ट्रियों ने बनाना बंद किया, जैसे ही फैक्ट्रियों ने बनाना बंद किया, वैसे ही फैक्ट्रियों के मालिकों ने वहाँ काम कर रहे युवाओं से कहा तुम्हारी कोई जरुरत नहीं है, अब घर जा सकते हो, नरेन्द्र मोदी ने नोटबंदी की, गब्बर सिंह टैक्स लागू किया अब जाओ, बेरोजगारी है, बेरोजगारी का समय है, घर जाओ, तुम्हारे लिए यहाँ काम नहीं।
अब न्याय योजना आपकी जेब में जैसे ही पैसा डालेगी, बैंक में जैसे ही पैसा जाएगा, जादू शुरु हो जाएगा। बिहार की जनता, हिंदुस्तान की जनता माल खरीदना शुरु करेगी, कोई शर्ट, कोई पैंट, मोबाइल फोन, कोई काला चश्मा, जो आप खरीदोगे, जैसे ही आप खरीदोगे, दुकानदारों की दुकान चालू हो जाएगी, जैसे ही दुकान में माल आएगा, माल बिकना शुरु होगा, वैसे ही फैक्ट्री माल बनाना शुरु करेंगी, जैसे ही फैक्ट्री माल बनाना शुरु करेंगी, वैसे ही बिहार के युवाओं को उन्ही फैक्ट्रियों में लाखों युवाओं को रोजगार मिलना शुरु हो जाएगा, ये है न्याय योजना का जादू। लाखों युवाओं को न्याय योजना रोजगार देगी।
मगर हम वहाँ नहीं रुकने वाले, चौकीदार ने आपका इतना नुकसान किया, हम वहाँ नहीं रुकेंगे। मैंने पता लगाया कि इस नरेन्द्र मोदी की सरकार में कितनी नौकरियाँ खाली है, 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज है। चौकीदार धड़ा-धड़, धड़ा-धड़ अनिल अंबानी को पैसा देता है और पता लगा कि 22 लाख सरकारी नौकरियाँ आज हिंदुस्तान में खाली है। 27 हजार लोग, 24 घंटे में रोजगार खोते हैं और 22 लाख सरकारी नौकरियाँ खाली है, मैं इस स्टेज से आपको कह देता हूँ, एक साल के अंदर, आपका नाम क्या है, (भीड़ में से एक नवयुवक से उसका नाम पूछते हुए), राहुल (नवयुवक ने अपना नाम राहुल बताया), ये देखो! राहुल जी आप आइए, स्टेज पर आइए, (नवयुवक को स्टेज पर आने का बुलावा देते हुए) राहुल जैसे युवाओं को हम रोजगार देना चाहते हैं, आइए, आइए, अब नरेन्द्र मोदी जी ने इनका भविष्य छीना, चौकीदार ने इनको नुकसान पहुँचाया। अब हम चाहते हैं कि 22 लाख सरकारी नौकरियाँ बिहार के युवाओं को दी जाएं, मैं आपको गारंटी करता हूँ, एक साल के अंदर 22 लाख नौकरियाँ आपके हवाले मैं कर दूँगा और वहाँ नहीं रुकेंगे 10 लाख पंचायतों में युवाओं को रोजगार दिया जा सकता है, एक मिनट मैं राहुल से नमस्ते कर लेता हूँ। (नवयुवक से हाथ मिलाकर अभिवादन करते हुए)
बिहार के युवाओं को, 10 लाख युवाओं को पंचायतों में रोजगार दिलवाया जाएगा। हम मैनिफेस्टो बना रहे थे, किसानों के पास गए, बिहार के किसानों के पास गए और हमने उनसे पूछा भईया, आप एक बात बताइए, हम आपके लिए क्या कर सकते हैं, ऐतिहासिक काम करना चाहते हैं, टाइम जाया नहीं करना चाहते। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक, पंजाब में हमने आपका कर्जा माफ किया, यहाँ बिहार में नितीश जी ने मोदी जी ने कुछ नहीं किया, हम आपके लिए ऐतिहासिक काम करना चाहते हैं, आप बताइए, क्या किया जा सकता है? बिहार के किसानों ने हमसे एक सवाल पूछा, हमसे पूछा भईया, एक बात बताइए, अखबार में हम पढ़ते हैं, नीरव मोदी 35 हजार करोड़ रुपए लेकर भाग गया, विजय माल्या 10 हजार करोड़ रुपए, वो सब जेल के बाहर हैं, कोई लंदन में घूम रहा है, कोई हवाई जहाज में घूम रहा है, भईया, बताओ, विजय माल्या बाहर है या अंदर? (जनता ने कहा, बाहर), नीरव मोदी बाहर या अंदर (जनता ने कहा, बाहर), मेहुल चौकसी बाहर या अंदर, (जनता ने कहा, बाहर), ललित मोदी बाहर या अंदर, (जनता ने कहा, बाहर) ठीक है, सब के सब बाहर। अब बिहार का किसान अगर 20 हजार रुपए कर्जा लेता है, वापस नहीं देता है, तो वो जेल के बाहर होता है या अंदर, (जनता ने कहा, अंदर) अंदर होता है या बाहर (जनता ने कहा, अंदर), अंदर। विजय माल्या बाहर, बिहार का किसान अंदर, ऐसा हिंदुस्तान चाहते हो आप, ऐसा हिंदुस्तान चाहते हो कि चोर जेल के बाहर अमेरिका, में इंग्लैंड में और ईमानदार 20 हजार रुपए न लौटाने के लिए जेल के अंदर हो तो हमने साफ कर दिया, मैनिफेस्टो में लिख दिया, हिंदुस्तान का कोई भी किसान, बिहार का कोई भी किसान, किसी भी जाति का, किसी भी धर्म का कोई भी हो, कर्जा न लौटाने के लिए 2019 के चुनाव के बाद जेल में नहीं डाला जा सकेगा।
मोदी जी करिए जो करना है आपको, उन चोरों की आपको मदद करनी है आप करिए, हम जो स्टेज पर खड़े हैं, हम किसानों के साथ हैं, मजदूरों के साथ हैं, बेरोजगार युवाओं के साथ हैं, हम उनकी मदद करेंगे, जितनी मदद आप उन 15 की करोगे, उनसे दोगुनी मदद हम देश के किसान, मजदूर और बेरोजगार की करेंगे।
आप उनको 35 हजार करोड़ रुपए, किसी को 10 हजार करोड़ रुपए देते हो, हम इनको न्याय योजना देंगे। 5 करोड़ लोगों को बैंक अकाउंट में हर महीने 6 हजार रुपए डालेंगे, इन्हें याद दिलाने, मैसेज देने के लिए कि इस देश की सरकार गरीबों की सरकार है, कमजोरों की सरकार है, किसानों की, मजदूरों की सरकार है और इस देश में गरीबी को मिटाने वाली सरकार है।
जहाँ जाते हैं, मोदी जी सर्जिकल स्ट्राईक की बात करते हैं, आजकल कुछ बचा नहीं कहने को, कुछ बचा नहीं। अच्छा आपने देखा है, उनकी स्टेज के साइड में देखना, दो आइने लगे हुए हैं, टेलिप्रॉम्पटर है, तेजस्वी जी आपने देखा? देखा न? टेलिप्रॉम्पटर लगता है, मोदी जी पढ़-पढ़ कर कहते हैं। ऊपर से ऑर्डर आता है, मोदी जी, रोजगार पर मत बोल देना, युवा गुस्सा करेंगे। मोदी जी, किसानों पर मत बोल देना गलती से भी, देश के किसान बहुत गुस्सा हैं। मोदी जी, 15 लाख की बात मत करना, गलती से भी मत कर देना, वो न्याय योजना दे दी, कांग्रेस पार्टी ने वो 3 लाख 60 हजार रुपए दे दिए उन्होंने, काम शुरु है। आप न न्याय के बारे में बोलना, न बेरोजगारी के बारे में बोलना, किसानों के बारे में मत बोलना मोदी जी, मोदी जी सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में बोलना, बस सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में बोलिए।
अच्छा मैं आपको बताता हूँ, सर्जिकल स्ट्राइक। ‘न्याय’ योजना, 72 हजार रुपए सीधा बैंक अकाउंट के अंदर ये है कांग्रेस पार्टी का गरीबी पर सर्जिकल स्ट्राइक। एक झटका मारेंगे और हमेशा के लिए गरीबी को हिंदुस्तान से मिटा देंगे। नरेन्द्र मोदी ने पिछले पांच साल गरीबों पर सर्जिकल स्ट्राइक किया, किसानों पर, मजदूरों पर, छोटे दुकानदारों पर सर्जिकल स्ट्राइक किया। अगले पांच साल में गरीबी पर सर्जिकल स्ट्राइक होगी और हर महीने धड़ा-धड़, धड़ा-धड़, धड़ा-धड़ पैसा आएगा।
किसानों के लिए स्पेशल बजट, किसानों आप सोचिए, किसानों के लिए स्पेशल बजट पहली बार है हिंदुस्तान की हिस्ट्री में, इतिहास में। आम तौर से एक ही बजट बनता है, पूरा देश एक बजट सुनता है, पूरे देश को बताया जाता है कि सरकार आपके लिए इस साल इतना पैसा डालेगी। 2019 में दो बजट बनेंगे, एक नेशनल बजट और भाईयो और बहनों, नेशनल बजट से पहले, नेशनल बजट के बाद नहीं, नेशनल बजट के पहले हिंदुस्तान के किसानों का एक अलग बजट बनेगा और उनको बताया जाएगा कि इस साल, आपकी एमएसपी इतनी बढ़ेगी, इतना आपका कर्जा माफ होगा, इतनी आपकी फूड प्रोसेसिंग फैक्ट्रियाँ लगेंगी, इतनी आपकी स्टोरेज फैसिलिटी लगेगी, इतना आपका कॉम्पन्सेशन होगा, पूरा का पूरा साल के शुरुआत में दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा, हिंदुस्तान के किसान को शुरुआत में ही हम बता देंगे।
भाईयो और बहनों, जो बजट मे जाता है, एक बार बजट में लिख दिया जाता है, तो वो पैसा हिंदुस्तान के किसानों को देना ही पड़ेगा, उसके बाद ये नहीं कहा जा सकता कि भईया, हमने बजट में लिखा मगर हमने पैसा नहीं दिया। हम आपके दिल से डर मिटाना चाहते हैं। बिहार के युवाओं को नरेन्द्र मोदी जी ने चोट पहुँचाई। अब सुनिए, मजे की बात सुनिए, सुनिए रोजगार की बात सुनिए, मजेदार बात आपको बताऊँगा, हिल जाएंगे आप सब लोग, आप सब लोग हिल जाओगे। यहाँ पर नितीश जी की सरकार है, कोई भी युवा बिजनेस चालू करना चाहता है, डायरेक्ट उसको सरकारी डिपार्टमेंट में जाना पड़ता है, कोई भी बिजनेस चालू करना हो, मोबाइल फोन का, कुछ भी आप बेचना चाहो, परमिशनों की जरुरत पड़ती है। पहले आप सरकारी डिपार्टमेंट में जाओ, एक डिपार्टमेंट में जाओ, उनसे पूछो भईया, हमें परमिशन चाहिए, बिजनेस चालू करना है, परमिशन दीजिए, पहला डिपार्टमेंट परमिशन देगा, नितीश जी की सरकार में आपसे कहेंगे, हां, हां, परमिशन तो ठीक है, पहले रिश्वत दो, थोड़ा सा पैसा आप एक डिपार्टमेंट को दोगे, देखो, सिर हिला रहे हैं (भीड़ में से किसी को सिर हिलाते हुए देखकर) पैसा दोगे, फिर दूसरे डिपार्टमेंट में जाओगे, कहोगे भईया, उस डिपार्टमेंट ने हमें परमिशन दी, पैसा दिया, रिश्वत दी, अब इसमें भी परमिशन लेंगे, दो नहीं, तीन नहीं, चार नहीं, दस-पन्द्रह डिपार्टमेट से परमिशन लो, हर डिपार्टमेंट में थोड़ी सी रिश्वत दो, 6-7 महीने लगेंगे, पता लगता है, बिजनेस चालू करना था, पूरा का पूरा पैसा सरकार के डिपार्टमेंट्स के हवाले कर दिया। हमने मैनिफेस्टो में बिहार के युवाओं के लिए एक लाइन लिखी है, बिहार का कोई भी युवा, हिंदुस्तान का कोई भी युवा अगर बिजनेस चालू करना चाहता है, धंधा शुरु करना चाहता है, ऐतिहासिक बात है सुनिए, आप सुनिए, आपको फायदा होगा इससे। अगर कोई भी बिहार का युवा धंधा चालू करना चाहता है, बिजनेस चालू करना चाहता है उसे किसी भी सरकारी डिपार्टमेंट से कोई परमिशन लेने की जरुरत नहीं होगी, खत्म कहानी, आप अपना बिजनेस चालू करो।
मैं आपसे पूछता हूँ उस चोर, नीरव मोदी ने कितने युवाओं को रोजगार दिलवाया? 35 हजार करोड़ रुपए लेकर भाग गया, एक युवा को रोजगार नहीं दिया। बिहार के युवा बिजनेस शुरु करेंगे और जो भी रोजगार पैदा करेगा, जो भी बिहार का युवा रोजगार पैदा करेगा, कांग्रेस पार्टी डायरेक्ट उसको बैंक लोन दिलवाएगी। मैं बता रहा हूँ आपको, सुनिए, ये नीरव मोदी जो है न, मेहुल चौकसी, विजय माल्या, इनका पूरा का पूरा पैसा छीनकर न बिहार के युवाओं के बैंक अकाउंट में डाल रहा हूँ और सिर्फ मैं ही नहीं, तेजस्वी जी भी हैं, कुशवाहा जी भी हैं, मांझी जी भी हैं, मिलकर लड़ रहे हैं हम।
मोदी जी एक बात समझिए, जो आप अपमान लालू जी का कर रहे हैं, वो आप चोट सिर्फ लालू जी को नहीं, लालू जी के परिवार को, तेजस्वी जी को, बिहार की जनता को और हम सबको चोट पहुँचा रहे हो, आप गलतफहमी में मत रहो, बिहार की जनता सब कुछ देख रही है, सब कुछ समझ रही है और बिहार की जनता आपको 2019 के चुनाव में जवाब देने जा रही है।
ये कर्पूरी ठाकुर जी की जमीन है, ये गरीबों की, कमजोरों की, पिछड़े लोगों की जमीन है, मोदी जी आप सोचते हो कि आप लोगों को दबा सकते हो, आप सोचते हो कि आप बिहार की आवाज को दबा सकते हो, बिहार की आवाज को दबाने वाला आज तक पैदा नहीं हुआ है, हिस्ट्री में पैदा नहीं हुआ है, आप कौन हो? बिहार की जनता, बाकी स्टेट्स को तो छोड़ो, पहले नंबर पर बिहार की जनता नरेन्द्र मोदी जी को मैसेज देने वाली है कि मोदी जी आप बिहार की आवाज को कुचल नहीं सकते, आप बिहार की आवाज को दबा नहीं सकते। आपने जो हमसे झूठ बोला, आपने जो बिहार के युवाओं को झूठ बोला, 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने का झूठ, बिहार के किसानों को जो आपने झूठ बोला, सही दाम देने वाला झूठ और बिहार की माताओ-बहनों को जो आपने झूठ बोला, 15 लाख रुपए का झूठ, ये हम भूले नहीं है, बिहार भूलता नहीं है और आपको हम मैसेज देने जा रहे हैं मोदी जी घबराइए मत, बिहार आपको मैसेज देगा।
तो मैं आप सब कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूँ, सब कांग्रेस पार्टी, आरजेडी, कुशवाहा जी, मांझी जी के कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूँ, गठबंधन के सब कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूँ, हम सब एक हैं, मिलकर लड़ेंगे और मैं आपको बता रहा हूँ, 40 की 40, एक सीट नहीं छोड़नी है बिहार में। जहाँ आरजेडी लड़ रही है, वहाँ कुशवाहा जी, कांग्रेस पार्टी, मांझी जी के कार्यकर्ता, आरजेडी के कार्यकर्ता एक होकर लड़ेंगे। जहाँ कांग्रेस लड़ रही है, वहाँ आरजेडी, कुशवाहा जी, मांझी जी, कांग्रेस एक होकर लड़ेंगे जहाँ मांझी जी लड़ रहे हैं हम वहाँ भी वही करेंगे। हम एक साथ लड़ रहे हैं क्योंकि हमारी लड़ाई विचारधारा की लड़ाई है, हमारी लड़ाई गरीबों की लड़ाई है, हमारी लड़ाई हिंदुस्तान के इंस्टीट्यूशन्स को बचाने की लड़ाई है, कॉन्स्टीट्यूशन की लड़ाई है। सुप्रीम कोर्ट, इलेक्शन कमीशन ये जो हमारी सब संस्थाएं हैं, इनको बचाने की लड़ाई है तो आप सब एक साथ खड़े हो जाइए, एक साथ लड़िए और हमारी जीत होगी और मैं आपको गारंटी करके कह रहा हूँ, जैसे ही हमारी जीत होगी, न्याय योजना शुरु हो जाएगी, किसानों का काम शुरु हो जाएगा, युवाओं को रोजगार देने का काम शुरु हो जाएगा।
आखिरी बात, तेजस्वी जी ने नारे से खत्म किया, मैं भी नारे से खत्म करता हूँ, चौकीदार (जनता ने कहा, चोर है), चौकीदार (जनता ने फिर कहा, चोर है), चौकीदार (जनता ने फिर कहा, चोर है) और एक बार फिर आप सबसे माफी मांगना चाहता हूँ, डिले हो गया बहुत गर्मी का समय है आपको कष्ट हुआ, आपको ठहरना पड़ा, तेजस्वी जी को, कुशवाहा जी को ठहरना पड़ा, तो मैं आप सबसे माफी मांगता हूँ।