जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। राष्ट्रपति ने याकूब मेमन की दया याचिका खारिज कर दी है। कल सुबह नागपुर जेल में याकूब को फांसी दी जाएगी। आपको बता दें राष्ट्रपति के इस फैसले से कुछ देर पहले ही गृहमंत्री राजनाथ सिंह राष्ट्रपति से मुलाकात करके निकले थे।
इससे पहले, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार रात राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की थी और समझा जाता है कि उन्होंने राष्ट्रपति को सरकार के इस विचार से अवगत कराया था कि 1993 के मुंबई विस्फोट मामले के दोषी याकूब मेमन की दया याचिका को खारिज किया जाए।
अब फिर खबर आ रही है कि याकूब की ओर से एक बार फिर उनके वकील सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं… उन्होंने मांग की है कि राष्ट्रपति को समय दिया जाना चाहिए।
राजनाथ सिंह की राष्ट्रपति से मुलाकात से पहले सरकार ने राष्ट्रपति द्वारा भेजी गई दया याचिका पर शीर्ष स्तर पर विचार-विमर्श किया। राष्ट्रपति मंत्री-परिषद की सलाह और सहयोग से काम करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री सिंह और गृह सचिव एलसी गोयल समेत शीर्ष अधिकारियों ने प्रधानमंत्री के आवास पर इस विषय पर विचार-विमर्श किया और यह विचार बना कि राष्ट्रपति को आज दाखिल दया याचिका को खारिज करने की सलाह दी जानी चाहिए।
इस मुद्दे पर आज शाम को देर तक गहन परामर्श जारी रहा और विधि सचिव पी के मल्होत्रा ने इस विषय पर गृह सचिव के साथ विचार-विमर्श किया।
बता दें कि इससे पहले महाराष्ट्र के राज्यपाल ने भी याकूब की दया याचिका खारिज कर दी थी। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी याकूब की फांसी पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था।