जनजीवन ब्यूरो / धनबाद : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अलग झारखंड राज्य बनाया। पिछले पांच साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे संवारा। झारखंड को देश का नंबर वन राज्य बनाने के लिए एक बार फिर से केंद्र एवं राज्य में भाजपा की सरकार जरूरी है। यूपीए सरकार के मुकाबले मोदी सरकार ने झारखंड के बजटीय सहायता को छह गुणा बढ़ा दिया।
बुधवार को धनबाद लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी पशुपति नाथ सिंह के पक्ष में आयोजित एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए शाह ने उक्त बातें कहीं। कहा कि यह चुनाव दूसरे आम चुनाव से अलग है। देश की आंतरिक सुरक्षा सुरक्षा को मजबूत करने, अखंडता को बचाये रखने के लिए फिर से मोदी सरकार जरूरी है।
कहा कि महागठबंधन में शामिल नेशनल कॉन्फ्रेंस के अमर अब्दुल्ला कहते हैं कि कश्मीर के लिए अलग प्रधानमंत्री हो। भाजपा के रहते उनका यह सपना कभी पूरा नहीं होगा। इसी तरह देश से राजद्रोह कानून समाप्त करने की यूपीए नेताओं के मंसूबे को भी भाजपा कार्यकर्ता पूरा होने नहीं देंगे। देश के हजार टुकड़े करने का नारा बुलंद करने वालों को जेल में ही रहना होगा।
70 वर्ष से देश को था मोदी का इंतजार
पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि इस प्रधानमंत्री का इंतजार देश को 70 वर्षों से था। एेसा पीएम जिनका अपना कोई परिवार, बाल-बच्चा नहीं। केवल देश की सेवा ही मिशन है। पिछले 20 वर्षों से श्री मोदी ने एक दिन की भी छुट्टी नहीं ली है। जबकि जैसे ही देश में गर्मी बढ़ती है कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी छुट्टी मनाने विदेश चले जाते हैं। एेसी जगह जाते हैं जिसकी जानकारी किसी को नहीं होती।
कांग्रेस अध्यक्ष पर जमकर बरसे
भाजपा अध्यक्ष ने लगभग अाधे घंटे के भाषण में ज्यादा समय कांग्रेस अध्यक्ष पर ही हमला करते रहे। कहा कि जब पाकिस्तान में अातंकियों पर हवाई हमला हुअा, तो दो ही जगह मातम मनाया जा रहा था। एक पाकिस्तान में, दूसरा कांग्रेस अध्यक्ष के दफ्तर में। लगता है अातंकवादी कांग्रेस अध्यक्ष के निकट संबंधी हैं।
उन्होंने कहा कि 55 वर्ष तक देश में शासन करने के बाद भी कांग्रेस यहां से गरीबी नहीं मिटा पायी। मोदी सरकार ने पांच वर्ष में ही करोड़ों लोगों को गैस कनेक्शन, बिजली कनेक्शन, अायुष्मान योजना के तहत स्वास्थ्य लाभ योजना दिया। सभा में अाजसू के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी, भू-राजस्व मंत्री अमर बाउरी भी मौजूद थे।