जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली। कोलकाता में अमित शाह की रैली से पहले शुरू हुए बवाल और फिर रोड शो के दौरान हुए हिंसा के बाद सियासत तेज है। भाजपा इसके लिए ममता सरकार पर आरोप लगा रही है, तो वहीं सीएम ममता बनर्जी ने भाजपा पर गुंडागर्दी का आरोप लगाया है। भाजपा ने चुनाव आयोग से हिंसा की शिकायत करते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
भाजपा और बंगाल की टीएमसी सरकार के बीच जुबानी जंग चरम पर है. बुधवार को अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे मामले में ममता सरकार पर गंभीर आरोप लगाये। ममता बनर्जी का आरोप है कि हिंसा, भाजपा कार्यकर्ताओं ने की। भाजपा तो पूरे देश में चुनाव लड़ रही है। देश में कहीं हिंसा नहीं होती और सभी छह चरणों में बंगाल में हिंसा होती है।
महान दार्शनिक, समाजसुधारक और लेखक ईश्वरचंद विद्यासागर की मूर्ति तोड़ेने का आरोप उऩ्होंने टीएमसी पर लगाया. कहा कि झूठी संवेदना के टीएमसी के गुंडों ने यह षडयंत्र रचा. उन्होने कहा कि भाजपा पूरे देश में चुनाव लड़ रही है लेकिन कहीं से भी हिंसा की खबर नहीं आयी मगर ऐसा क्या हुआ जो बंगाल में हर चरण के मतदान में हिंसा की खबर सामने आयी है. उन्होंने चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाये.
अमित शाह ने कहा- ‘मैं ममता जी को बताना चाहता हूं कि आप सिर्फ 42 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं और भाजपा देश के सभी राज्यों में चुनाव लड़ रही है. मगर कहीं पर भी हिंसा नहीं हुई, लेकिन बंगाल में हर चरण में हिंसा हुई इसका साफ मतलब है कि हिंसा टीएमसी कर रही है. उन्होंने कहा कि अब तक चुनाव के 6 चरण समाप्त हो चुके हैं, इन 6 के 6 चरणों में सिवाय बंगाल के कहीं भी हिंसा नहीं हुई. कहा कि रोड शो से पहले ही वहां लगे पोस्टर फाड़ दिए गये. रोड शो शुरू हुआ, जिसमें अभूतपूर्व जनसैलाब उमड़ा, 2.30 घंटे तक शांतिपूर्ण तरीके से रोड शो चला. कहा कि बार हमले किये गए और तीसरे हमले में तोड़फोड़, आगजनी और बोतल में केरोसिन डालकर हमला किया गया. अगर सीआरपीएफ नहीं होती तो मेरा बचना मुश्किल था. मैं किसी तरह नहां से बच कर निकला. ‘
अमित शाह ने कहाः-
– मुझे आशा नहीं है कि चुनाव आयोग कुछ करेगा, चुनाव आयोग शुरू से बंगाल में पक्षपात कर रहा है: अमित शाह
– राष्ट्रपति शासन लगाने की जरूरत नहीं है, 23 को यह शासन समाप्त होने जा रही है, जनता ही समाप्त कर देगी: शाह
– हमारी मोटरसाइकिलें और जीप जली हैं, हमारी मोटरसाइकिलें हम जला देंगे? शाह
– कल अगर सीआरपीएफ नहीं होती तो मेरे लिए वहां से बचकर निकलना मुश्किल था। मेरे बहुत कार्यकर्ता मारे गए हैं, मुझ पर हमला स्वभाविक है। टीएमसी किसी भी हद तक जा सकती है, सीआरपीएफ ना होती तो मेरा बचना मुश्किल था। मैं सौभाग्य से बचकर निकला हूं: अमित शाह
– हम 300 से ज्यादा सीटें जीत रहे हैं, लीडर ऑफ ऑपोजिशन सारे फ्रंट मिलकर तय कर लें: शाह
– अभी मुझे जानकारी मिली है कि मुझ पर एफआईआर हुई है, दीदी मैं आपके एफआईआर से डरता नहीं हूं, मुझ पर तो एफआईआर हुई है, कई कार्यकर्ताओं की तो हत्या कर दी गई है: अमित शाह
– ममता बनर्जी ने दो दिन पहले ही बदला लेने की धमकी दी थी, ममता यदि सोचती हैं कि हिंसा का कीचड़ फैलाकर जीत जाएंगी, आप मुझसे उम्र में बड़ी ज्यादा हो लेकिन अनुभव मुझे ज्यादा है हिंसा का कीचड़ जितना फैलाओगी, कमल खिलेगा: शाह
– चुनाव आयोग मूक पर्यवेक्षक बना हुआ है, चुनाव आयोग तुरंत हस्तक्षेप करे, बंगाल में हिस्ट्री शीटरों की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? इसी प्रकार चुनाव कराना है तो बंगाल में तो चुनाव आयोग पर सवाल उठेंगे: शाह
भाजपा ने रोड शो से पहले जो बैनर पोस्टर लगाए गए थे, उन्हें तीन घंटे पहले ही फाड़ दिया गया, हटा दिया गया।
रोड शो में कोलकाता की जनता का अभूतपूर्व समर्थन मिला। रोड शो के दौरान तीन हमले हुए। बोतल के अंतर केरोसिन डालकर भी फेंकी गईं।
ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति भाजपा ने नहीं तोड़ी। जब कॉलेज का गेट बंद था तो मूर्ति किसने तोड़ी। इसे टीएमसी के गुंडों ने तोड़ा है।
टीएमसी सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।
हिंसा का कीचड़ जितना फैलेगा, कमल उतना खिलेगा।
ममता सरकार के प्रचार पर रोक क्यों नहीं लगी।
ममता की धमकी पर चुनाव आयोग ने एक्शन क्यों नहीं लिया।
ममता दीदी मुझसे आप उम्र में बड़ी हो सकती हैं, तजुर्बे में मैं आपसे आगे हूं। ज्यादा चुनाव लड़ चुका हूं, लड़वा चुका हूं।
मुझे सूचना मिली है कि मुझ पर केस दर्ज किया गया है। भाजपा, ममता की एफआईआर से डरने वाली नहीं है।
23 मई के बाद दीदी के दिन समाप्त होने वाले हैं।
बंगाल में हम 23 से ज्यादा सीटें जीतेंगे।
मैं सौभाग्य से ही बचकर निकल पाया।
सुप्रीम कोर्ट जज की अध्यक्षता में एसआईटी जांच होनी चाहिए।