जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने और इस पर मचे सियासी बवाल के बाद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने माफी मांग ली है। साध्वी प्रज्ञा ने कहा- ये मेरा निजी विचार था। मेरा इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था। अगर मैंने किसी को ठेस पहुंचाई है तो उसके लिए माफी मांगती हूं। गांधी जी ने देश के लिए जो किया उसे भुलाया नहीं जा सकता। मेरे बयान को मीडिया ने तोड़ मरोड़कर पेश किया।
इससे पहले प्रज्ञा ने कहा था कि अपने संगठन भाजपा में निष्ठा रखती हूं, उसकी कार्यकर्ता हूं और पार्टी की लाइन मेरी लाइन है।
बीजेपी ने भी साध्वी के बयान पर नाराजगी जताते हुए उनसे स्पष्टीकरण मांगा था और सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने की बात कही थी। भोपाल से बीजेपी कैंडिडेट के इस बयान के बाद विपक्ष भी बीजेपी पर बेहद हमलावर हो गया था।
अपने बयान पर सफाई देते हुए साध्वी प्रज्ञा ने कहा, ‘मैं रोडशो में थी, भगवा आतंक को जोड़कर मुझसे प्रश्न किया गया, मैंने तत्काल चलते-चलते उत्तर दिया। मेरी भावना किसी को कष्ट पहुंचाने की नहीं थी। किसी भावनाओं को कष्ट पहुंचा है तो मैं माफी मांगती हूं। गांधी जी ने देश के लिए जो भी किया है उसे भुलाया नहीं जा सकता है। मैं उनका बहुत सम्मान करती हूं। इस बयान को मीडिया ने तोड़-मरोड़कर पेश किया है। मैं पार्टी का अनुशासन मानने वाली कार्यकर्ता हूं। जो पार्टी की लाइन है वही मेरी लाइन है।’