जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सातवें चरण के लोकसभा चुनाव समाप्त होने से पहले प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि चुनाव बाद मायावती और अखिलेश यादव बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे. गांधी ने यह भी कहा कि चुनाव बाद यूपीए प्रमुख सोनिया गांधी के अनुभव का फायदा उठाया जाएगा.
राहुल गांधी ने कहा, ”मुझे नहीं लगता कि मायावती, अखिलेश या (टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू) नायडू बीजेपी के साथ जाएंगे.” उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ”सोनिया गांधी जी और मनमोहन सिंह जी का बहुत अनुभव है. मैं नरेंद्र मोदी नहीं हूं कि अनुभवी लोगों दरकिनार कर दूं. हम सोनिया जी के अनुभव का फायदा उठाएंगे.”
प्रधानमंत्री पद के सवाल पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”मैंने बहुत स्पष्ट किया है. 23 मई को जनता जो भी फैसला करेगी हम मानेंगे. उससे पहले कुछ नहीं कहेंगे.” राहुल कहा, नरेंद्र मोदी को सत्ता से बेदखल करने के लक्ष्य के साथ कांग्रेस, बसपा और सपा वैचारिक तौर पर एक ही धारा में हैं.
भोपाल से भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर द्वारा महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को ‘देशभक्त’ कहे जाने को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को दावा किया कि भाजपा एवं आरएसएस ‘गोडसे प्रेमी’ हैं.
गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘आखिरकार मुझे पता चल गया. भाजपा एवं आरएसएस ‘गॉड-के प्रेमी’ नहीं, बल्कि वे ‘गोडसे प्रेमी’ हैं.’
गौरतलब है कि भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ने कुछ दिन पहले एक सवाल के जवाब में कहा था कि महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे सबसे बड़े देशभक्त थे और जो लोग उन्हें आतंकवादी कहते हैं, वे अपने गिरेबां में झांककर देखें.
हालांकि उनके बयान से भाजपा ने पल्ला झाड़ लिया था और विवाद बढ़ता देख प्रज्ञा ठाकुर ने अपने बयान पर माफी मांग ली थी.