जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली: मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि कमलनाथ सरकार अलपमत में है और उसे विधानसभा में विश्वासमत हासिल करना चाहिए। बीजेपी का कहना है कि इस संबंध में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुलाकात करेगी। इस सियासी घटनाक्रम के बाद अटकलें लगाई जा रही हैं कि आने वाले समय में बीजेपी एमपी में कमलनाथ सरकार को अल्पमत में बताकर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है।
बताया जाता है कि मध्यप्रदेश में विपक्ष और बीजेपी के नेता गोपाल भार्गव ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पत्र लिखा है और तुरंत विधानसभा का आपातकालीन सत्र बुलाने की मांग की है। पत्र में दावा किया गया है कि राज्य में कमलनाथ सरकार ने बहुमत खो दिया है।
भार्गव ने कहा, ‘यह (मध्यप्रदेश सरकार) अपने आप गिर रही है। खरीद फरोख्त और खींचतान पर मेरा विश्वास नहीं है लेकिन मुझे लगता है कांग्रेस सरकार के जाने का समय आ गया है।’ भाजपा नेता हितेश वायपेयी ने टाइम्स नाउ से बात करते हुए कहा, ‘यह रातोंरात लिया गया निर्णय नहीं है बल्कि साल 2018 में बनी प्रदेश सरकार ठीक से काम नहीं कर रही है और यह जनता की भी आवाज है।’
गौरतलब है कि बीते विधानसभा चुनाव में लगातार 15 साल सत्ता में रहने के बाद बीजेपी के शिवराज सिंह चौहान की सरकार गिर गई थी और कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी हालांकि बहुमत के करीब होने की वजह से बीजेपी सत्ता में वापस आने का प्रयास करने की खबरें सामने आ रही हैं।
गौरतलब है कि बीजेपी के पास मध्यप्रदेश विधानसभा की कुल 231 सीटों में से बीजेपी के पास 109 हैं जबकि 113 सीटों के साथ कांग्रेस सत्ता पर काबिज है।