जनजीवन ब्यूरो / लखनऊ । एग्जिट पोल के नतीजों के बाद सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष हर कोई रणनीति बनाने में जुटा है। उत्तर प्रदेश में 80 लोकसभा सीटों के लिए बीजेपी और एसपी-बीएसपी-आरएलडी गठबंधन में जबर्दस्त टक्कर है। कुछ एग्जिट पोल में अनुमान लगाया गया है कि यूपी में मायावती और अखिलेश की जोड़ी कमाल नहीं दिखा पाएगी। इस चुनाव में बीएसपी सुप्रीमो मायावती के साथ आरएलडी अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह का सियासी वजूद भी दांव पर लगा है। अमेठी में राहुल गांधी को स्मृति इरानी कड़ी टक्कर दे रही हैं, वहीं मैनपुरी में एसपी संरक्षक मुलायम सिंह यादव की राह आसान नहीं है। इस एग्जिट पोल के मुताबिक चौधरी अजित सिंह और उनके बेटे जयंत चौधरी भी कांटे के मुकाबले में फंस गए हैं।
जानिए ऐसी सीटों के बारे में
अमेठी
ऐक्सिस माय इंडिया के पोल के मुताबिक अमेठी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और स्मृति इरानी के बीच कांटे की टक्कर है। 2014 के चुनाव में राहुल से हारने के बावजूद स्मृति यहां लगातार सक्रिय रही हैं। पिछली बार अमेठी में राहुल की जीत का अंतर गिरकर 1.07 लाख तक पहुंच गया था।
मैनपुरी
मैनपुरी सीट पर एसपी संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने ऐलान किया था कि वह अपना आखिरी चुनाव लड़ रहे हैं। यादव परिवार का यह सीट गढ़ है और मुलायम कभी इस संसदीय सीट से नहीं हारे है। इस बार बीजेपी ने प्रेम सिंह शाक्य को उनके खिलाफ उतारा है। एग्जिट पोल के मुताबिक शाक्य मुलायम को अच्छी टक्कर दे रहे हैं। 2014 में मुलायम ने यहां से 3.64 लाख लोटों से जीत हासिल की थी।
कन्नौज
कन्नौज में एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव चुनाव लड़ रही हैं। एग्जिट पोल के मुताबिक डिंपल यह सीट गंवा सकती हैं। बीजेपी ने एक बार फिर यहां से सुब्रत पाठक को उतारा है। 2014 के चुनाव में डिंपल ने बमुश्किल 29 हजार से ज्यादा मतों से सुब्रत को शिकस्त दी थी।
सुलतानपुर
सुलतानपुर सीट पर बीजेपी ने इस बार वरुण गांधी की जगह मेनका गांधी को उतारा है। ऐक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक यहां मेनका गांधी एक मुश्किल मुकाबले में फंस गई हैं। उन्हें बीएसपी के चंद्रभद्र सिंह सोनू से कड़ी टक्कर मिल रही है। कांग्रेस ने यहां से डॉ. संजय सिंह को टिकट दिया था।
मुजफ्फरनगर
वेस्ट यूपी की सबसे चर्चित सीट मुजफ्फरनगर में इस बार जबरदस्त टक्कर बताई जा रही है। एग्जिट पोल के मुताबिक यहां आरएलडी सुप्रीमो अजित सिंह और बीजेपी के संजीव बालियान में टफ फाइट है। बालियान ने पिछली बार का चुनाव 4 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से जीता था।
बागपत
चौधरी अजित सिंह के बेटे जयंत चौधरी इस बार मथुरा की बजाए अपने परिवार की बागपत सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। बीजेपी ने एक बार फिर डॉ. सत्यपाल सिंह को उतारा है। सत्यपाल और जयंत के बीच यहां कड़ी टक्कर है। बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में सत्यपाल सिंह ने चौधरी अजित सिंह को शिकस्त दी थी। चुनाव में अजित सिंह तीसरे नंबर पर रहे थे।
फिरोजाबाद
फिरोजाबाद सीट पर यादव परिवार के बीच घमासान का फायदा बीजेपी को मिल सकता है। यहां एसपी महासचिव राम गोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव के खिलाफ उनके चाचा शिवपाल यादव अपनी नई पार्टी (प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया) से चुनाव लड़ रहे हैं। एग्जिट पोल के मुताबिक यहां से बीजेपी के चंद्रसेन जादौन जीत सकते हैं।
बदायूं
बदायूं में मुलायम सिंह के भतीजे धर्मेंद्र यादव की सीट भी हाथ से निकलती दिख रही है। धर्मेंद्र के खिलाफ बीजेपी ने यूपी के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य को उतारा था। वहीं, कांग्रेस ने सलीम इकबाल शेरवानी को टिकट दिया था। एग्जिट पोल की मानें तो धर्मेंद्र के वोट शेयर में सेंध लगी है। पिछली बार वह 1.66 लाख से ज्यादा मतों से विजयी रहे थे।
गाजीपुर
गाजीपुर में केंद्रीय रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा भी कड़े मुकाबले में फंस गए हैं। ऐक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक सिन्हा को बीएसपी कैंडिडेट और बाहुबली मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी से तगड़ी चुनौती मिल रही है। पिछली बार मनोज सिन्हा ने एसपी की शिवकन्या कुशवाहा को 32 हजार वोटों से मात दी थी।
डुमरियागंज
डुमरियागंज लोकसभा सीट पर बीजेपी के जगदंबिका पाल कांटे के मुकाबले में फंस गए हैं। उन्हें बीएसपी के आफताब आलम कड़ी चुनौती दे रहे हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में पाल ने बीएसपी के मोहम्मद मुकीम को 1.03 लाख वोटों से हराया था।