जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली । आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ सख्त कदम का संदेश देती रही राजग सरकार को खुद भाजपा के ही सांसद कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। पहली बार चुनकर आए पूर्व गृहसचिव आर. के. सिंह ने लोकसभा में सरकार की मुश्किल बढ़ाते हुए कहा कि राष्ट्रविरोधी ताकतों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है। अगर जम्मू-कश्मीर की पीडीपी-भाजपा सरकार कार्रवाई नहीं कर रही तो केंद्र का गृहमंत्रालय क्यों चुप है। उनके इस बयान को लेकर पार्टी नेतृत्व नाराज बताया जा रहा है।
कुछ दिन पहले गुरदासपुर और अब उधमपुर में आतंकी घटनाओं का करारा जवाब दिया गया। लेकिन इससे पहले कश्मीर में पाकिस्तानी और आइएस के झंडे लहराने की कई घटनाएं हुई हैं। शुरुआत में कुछ ऐसी भी घटनाएं हुईं जिसके बाद केंद्र को भी राज्य सरकार को सख्त संकेत देना पड़ा। ऐसे में सांसद आरके सिंह का बयान उन विपक्षी दलों को भी मुद्दा दे सकता है जो फिलहाल निलंबन और मंत्रियों के इस्तीफे के मुद्दे पर उग्र हैं।
लोकसभा में शून्यकाल के दौरान उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों से कश्मीर में बार-बार राष्ट्रविरोधी ताकतें सिर उठा रही हैं। पाकिस्तानी झंडे लहराए जा रहे हैं। लेकिन राज्य सरकार हाथ पर हाथ रखे बैठी है। उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार चुप है तो केंद्र सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए ताकि उन ताकतों का नैतिक बल न बढ़े। भाजपा के लिए ज्यादा आपत्तिजनक और असहज स्थिति तब थी जब उन्होंने तुलना करते हुए कहा, ‘पहले ऐसी ताकतों पर कड़ी कार्रवाई होती थी और यही कारण है उस वक्त इस तरह की ज्यादा घटनाएं नहीं होती थीं।’
यूं तो कश्मीर में पीडीपी के साथ सरकार गठन को लेकर शुरुआत में ही पार्टी के अंदर कुछ सवाल उठे थे। लेकिन सिंह ने खुले मंच से न सिर्फ कश्मीर को लेकर चिंता जता दी बल्कि केंद्र के कामकाज पर भी उंगली उठा दी। बताते हैं कि नेतृत्व सिंह की ओर से बार-बार हो रही बयानबाजी से नाराज है। इससे पहले ललितगेट मसले में उन्होंने परोक्ष रूप से सुषमा स्वराज पर अंगुली उठाई थी। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने अपना क्षोभ जताते हुए कहा कि पार्टी में कई नौकरशाह आए हैं, उन्हें इसका ध्यान रखना चाहिए कि पार्टी अनुशासन से चलती है। माना जा रहा है कि उन्हें परोक्ष रूप से बयानबाजी से बाज आने का निर्देश दिया गया है।
पाकिस्तान के साथ एनएसए स्तर की आगामी बातचीत से पहले कांग्रेस ने सरकार की विदेश नीति को लेकर सवाल उठाया। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि जब से राजग सरकार सत्ता में आई है तब से सीमा पर सीजफायर का उल्लंघन आम बात हो गई है। सरकार को यह बताना चाहिए कि उनकी नीति क्या है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले कुछ महीनों में आतंकियों की पहुंच उन स्थानों तक हो गई है जहां पहले उनके लिए अकल्पनीय था। ऐसा लगता है कि पाकिस्तान को लेकर पूरी विदेश नीति दिशा भ्रम का शिकार है और यही नहीं तय हो पा रहा है कि सरकार पाकिस्तान से बात करना चाहती है या नहीं।