जनजीवन ब्यूरो / वाराणसी : लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को वाराणसी की जनता को धन्यवाद देने यहां पहुंचे। उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया। उन्होंने बीजेपी को लोकतंत्र में सच्ची आस्था रखने वाली पार्टी बताया तो अपनी सरकार के खिलाफ लामबंदी के लिए विपक्ष को भी घेरा।
इस दौरान पीएम मोदी ने एक बार फिर ‘सबका साथ, सबका विकास’ का संदेश देते हुए सभी को साथ लेकर चलने की बात कही। लोकसभा चुनाव में रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद पीएम मोदी वाराणसी की जनता को धन्यवाद देने अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे। बाबतपुर एयरपोर्ट पर यूपी के राज्यपाल राम नाईक, सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनका अभिनंदन किया। यहां से पीएम मोदी का काफिला काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए रवाना हुआ, जहां उन्होंने महादेव की पूजा-अर्चना की और रुद्राभिषेक किया।
काशी विश्वनाथ मंदिर में पीएम मोदी की पूजा-अर्चना का सीधा प्रसारण किया गया। इसके लिए मंदिर के प्रवेश पर बड़ी सी एलईडी स्क्रीन भी लगाई गई थी, जिसके जरिये लोगों ने देखा कि किस तरह पूरे विधि-विधान से मंत्रोच्चार के बीच महादेव की अराधना की गई। पूजा के दौरान बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी पीएम मोदी के साथ मौजूद रहे।
काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद पीएम मोदी ने दीनदयाल हस्तकला संकुल में बीजेपी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने वाराणसी से अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए कार्यकर्ताओं का आभार जताया और कहा कि काशी के संगठन से जुड़े लोगों, कार्यकर्ताओं ने इस चुनाव को जय-पराजय के तराजू से नहीं तोला, बल्कि उन्होंने इसे लोक संपर्क, लोक संग्रह, लोक समर्पण का पर्व माना।
पीएम मोदी के संबोधन से पहले यहां ‘हर हर महादेव’ गुंजायमान हो रहा था। बाद में पीएम मोदी ने भी अपने संबोधन की शुरुआत ‘हर हर महादेव’ बोलकर की। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘सरकार का काम है कार्य करना है और इसलिए एक तरफ सरकार का कार्य हो और उसमें जब कार्यकर्ता जुड़ जाता है तो ‘कार्य+कार्यकर्ता’ वो एक ऐसी ताकत है, जो करिश्मा करती है।’
बीजेपी कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘पारदर्शिता और परिश्रम दो ऐसी चीजें हैं, जो हर परसेप्शन को परास्त करने का साहस रखती हैं। आज हिंदुस्तान ने ये कर के दिखाया है। पारदर्शिता और परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है। हमें नकारात्मकता के बीच सकारात्मकता को लाना है।’
पीएम मोदी ने इस दौरान बीजेपी को हिन्दी हार्टलैंड की पार्टी बताने वालों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘सियासी पंडित कहते रहे हैं कि बीजेपी हिन्दी हार्टलैंड की पार्टी है। लेकिन कर्नाटक में हमारी सर्वाधिक सीटें हैं। हम गोवा में सरकार चला रहे हैं, पूरे पूर्वोत्तर, असम में हम सरकार चला रहे हैं। हम लद्दाख से चुनकर आते हैं। फिर भी क्या हम हिन्दी हार्टलैंड तक सीमित हैं?’
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने यह भी कहा कि देश में राजनीतिक छुआछूत दिनों दिन बढ़ती जा रही है। कई जगह भाजपा का नाम लेते है ही अस्पृश्यता का माहौल बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने दो संकट झेले हैं-राजनीतिक हिंसा और राजनीतिक अस्पृश्यता। इसके कारण कई राज्यों में बीजेपी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज देश के राजनीतिक कैनवास पर ईमानदारी से रग-रग में लोकतंत्र को जीने वाला कोई दल है, तो वह बीजेपी है। उन्होंने कहा, ‘हम शासन में आते हैं तब भी लोकतंत्र की सबसे ज्यादा परवाह करते हैं। पीएम मोदी ने कहा, ‘हम लोकत्रंत में विश्वास रखने वाले लोग हैं। जहां-जहां हमें मौका मिला है, वहां विपक्ष की आवाज को महत्व दिया है, जनता के अविश्वास के कारण उनकी संख्या चाहे कम ही क्यों न हो।
अपनी जीत का श्रेय बनारस की जनता और यहां कार्यकर्ताओं को देते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘शायद ही कोई उम्मीदवार चुनाव में और नतीजों के समय इतना निश्चिंत होता होगा जितना मैं था। इस निश्चिंतता का कारण मोदी नहीं था, इसका कारण आप सब का परिश्रम और विश्वास था। नतीजे और मतदान दोनों समय मैं निश्चिंत था, इसलिए केदारनाथ में बाबा के चरणों में बैठ गया था।
पीएम मोदी ने कहा, ‘चुनाव परिणाम तो एक गणित होता है। 20वीं सदी के चुनावों के हिसाब-किताब भी गणित और अंकगणित के दायरे में चले होंगे। लेकिन चाहे वह 2014, 2017 या 2019 हो, देश के राजनीतिक विशेषज्ञों को ये बात माननी पड़ेगी कि गणित के आगे भी एक केमिस्ट्री होती है और इस चुनाव में अंक गणित को कैमिस्ट्री ने पराजित किया है। पीएम मोदी ने इस अवसर पर यह भी कहा कि हमें संस्कृति को बरकरार रखना है तो वर्तमान स्थिति का भी ध्यान रखना है।