जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल की राजनीति में लोकसभा चुनाव के बाद ज्वारभाटा लगातार जारी है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो को एक के बाद एक झटका बीजेपी दे रही है। उसी कड़ी में टीएमसी के तीन विधायक और 60 पार्षद मंगलवार को बीजेपी में शामिल हो गए। बीजेपी में शामिल होने वाले टीएमसी विधायकों में सुभ्रांशु रॉय, तुषारकांति भट्टाचार्य हैं। इनके अलावा सीपीएम विधायक देवेंद्र रॉय भी बीजेपी में शामिल हुए।
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि तीन विधायक और 60 पार्षदों ने बीजेपी ज्वाइंन किया। उन्होंने कहा कि भविष्य में और ऐसे ज्वाइनिंग होगी। जैसे पश्चिम बंगाल में सात चरणों में चुनाव हुए, वैसे ही भाजपा में भी सात चरणों में ज्वाइनिंग होगी। आज पहला चरण था।
भाजपा में शामिल होने वाले तृणमूल विधायकों में मुकुल राय के बेटे सुभ्रांशु राय और तुषारकांति भट्टाचार्य के नाम शामिल हैं। वहीं, सीपीएम के विधायक देवेंद्र राय ने भी भाजपा का दामन थाम लिया है। बीजपुर के तृणमूल कांग्रेस से निष्काषित विधायक शुभ्रांशु राय के नेतृत्व में कांचरापाड़ा नगरपालिका के कुल 24 पार्षदों में से 19 पार्षदों ने भाजपा का झंडा थाम लिया। वहीं, हालीशहर नगरपालिका के भी 23 में से 18 पार्षद और नैहाटी नगरपालिका में तृणमूल कांग्रेस के 31 पार्षदों में से 22 पार्षद भाजपा में शामिल हो गये।
कांचरापाड़ा नगरपालिका के 16 टीएमसी पार्षद सामूहिक रूप से पार्टी से इस्तीफा देकर टीएमसी में शामिल हुए।
इससे पहले बीजेपी नेता मुकुल रॉय और उनके बेटे और निलंबित टीएमसी विधायक सुभ्रांशु रॉय दिल्ली में बीजेपी हेडक्वार्टर पहुंच पहुंचे और उनके साथ टीएमसी छोड़ने वाले पार्षद भी बीजेपी मुख्यालय पहुंचे।
उधर लोकसभा चुनाव में हार के बाद पार्टी संगठन के पुनर्गठन के मकसद से तृणमूल कांग्रेस अपने नाराज नेताओं से संपर्क साध रही है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, ‘हम ऐसा नेताओं और कार्यकर्ताओं तक पहुंच रहे हैं, जो कुछ कारणों से निष्क्रिय हो गए हैं। हम हर किसी को पार्टी में वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं।’